शिमला,14 अगस्त : समरहिल का प्राचीन शिव बावड़ी मंदिर (Shiv Bawdi Temple) में श्रावण महीने के आखिरी सोमवार को हवन यज्ञ के आयोजन की तैयारी चल रही थी। शहर के एक कारोबारी अपने परिवार संग हवन करने मंदिर में पहुंचे ही थे। मंदिर परिसर में हर सोमवार को बंटने वाले खीर का प्रसाद को भी तैयार किया जा रहा था। लेकिन जाने क्यों,महादेव रुष्ट हो गए..पलक झपकते ही मंदिर का नामो निशान मिट गया।

मंदिर कमेटी के सदस्य सुबह-सुबह प्रसाद बनाने में जुटे थे। मंदिर में दो दर्जन से ज्यादा लोग मौजूद थे, वो शिव लिंग का अभिषेक कर रहे थे। अगले पल कुदरत का ऐसा कहर टूट पड़ा कि जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। पहाड़ी से आए सैलाब संग मलबे (Debris) और विशालकाय पत्थरों ने कुछ ही सैकण्ड में मंदिर (Shiv Temple) का नामोनिशान मिटा दिया और पल भर में सब कुछ ढेर में तब्दील हो गया। रात भर मुसलाधार बारिश से पहाडी दरकी और मंदिर को तहस-नहस कर दिया। भूस्खलन (Landslide) से घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। तबाही का मंजर देख कर हर कोई सिहर उठा। इस दर्दनाक घटना के बाद घटनास्थल पर कोहराम मच गया।
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सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासन की टीमें भी मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। हादसे के करीब दो घंटे बाद दो मासूम शवों के क्षत विक्षत(Mutilated) शव बरामद हुए। हादसे ने कई लोगों को ताउम्र की पीड़ा दे दी है। 15 अगस्त को इस मंदिर में सालाना भंडारे का आयोजन रखा गया था। लेकिन इस हादसे ने मंदिर का नामोनिशान ही मिटा दिया।
हादसे का शिकार हुआ “शिव बावड़ी मंदिर” शिमला का प्राचीन मंदिर है। यह उपनगर समरहिल (Summer Hill) से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर है। मंदिर परिसर के समीप रिहायशी कॉलोनियां (Residential Area) हैं। इस क्षेत्र में रहने वाले अधिकतर लोगों में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) के शिक्षक और छात्र शामिल हैं। मंदिर परिसर में तीन शिवलिंग, भगवान राम, कृष्ण, नारायण, दुर्गा माता की मूर्तियां हैं। इसके अलावा पुजारियों के रहने के लिए पांच कमरे थे। यहां कई सालों से गढ़वाल के पुजारियों ने पूजा अर्चना का काम संभाला हुआ था।
मंदिर परिसर में हवन व बड़े धार्मिक आयोजन भी होते थे। मंदिर के पास बावड़ी होने की वजह से इस जगह का नाम शिव बावड़ी पड़ा। राहत व बचाव दलों ने पांच शवों को घटनास्थल से बरामद किया है। वहीं दो दर्जन के करीब लोग लापता हैं। प्रशासन की ओर से बड़े पैमाने पर रेस्कूय आपरेशन (rescue operation) चलाया है।