शिमला,12 अगस्त : राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी (IGMC) में इस समय स्क्रब टाइफस (scrub typhus) के मामले लगातार बढ़ रहे है। आईजीएमसी में जिला शिमला, सोलन और कुल्लू से सबसे ज्यादा मामले आए है। शिमला में सबसे ज्यादा 16 मामलें कोटगढ़, समरहिल, ठियोग, सुन्नी से है। डॉक्टरों के मुताबिक स्क्रब टाइफस बारिश के मौसम में फैलने वाली बीमारी है। इसको लेकर लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।

अस्पताल प्रशासन ने कहा कि इस बिमारी से निपटने के लिए वह पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि इस बिमारी से खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगो को सावधान रहने की जरूरत है। स्क्रब टाइफस जीवाणु तिकिटेशिया के संक्रमित पिस्सू के काटने से फैलता है जो खेतों, झाड़ियों, व घास पतवार में रहने वालो में पनपता है। उन्होंने कहा कि इस मौसम में बुखार जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
शिमला, कुल्लू और सोलन से स्क्रब टाइफस के ज्यादातर मामले आ रहे है। इस माह अब तक आईजीएमसी में स्क्रब टाइफस के 39 नए मामले सामने आए है। जिसमें जिला शिमला में इन मामलों की संख्या 16 सबसे अधिक है। स्क्रब टाइफस के मामलों से निपटने के लिए आईजीएमसी प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। ये बीमारी के सबसे ज्यादा मरीज सितम्बर माह में आते है। इससे लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। इस बीमारी से बचने के लिए सावधानी बरतना आवश्यक है।