धर्मशाला, 21 जून : अक्सर ही आपको सोशल मीडिया (Social) या फिर अन्य प्लेटफार्म पर जुआ खेलकर मोटी कमाई करने का प्रलोभन दिया जाता है। लेकिन आपको इस बात का शायद ही इल्म होगा कि एक संगठित गिरोह के निशाने पर आपकी जेब होती है। बाकायदा, कॉल सैंटर (Call Centre) बनाकर इस खेल को ऑपरेट (Oprate) किया जाता है।
चिंता की बात ये भी है कि हिमाचल (Himachal) का युवा चंद रुपयों के लालच में इस गिरोह के जाल में भी फंस रहा है। दरअसल, कांगड़ा पुलिस में एक बेरोजगार युवक के खाते में 65 लाख रुपए की ट्रांजेक्शन (transaction) की वजह को जब तलाशना शुरू किया तो जांच में ऐसे खुलासे होने लगे, जिसे देखकर पुलिस भी दंग थी। हालांकि, पुलिस को इस मामले की तह तक पहुंचने में समय लग सकता है, लेकिन कांगड़ा पुलिस का ये पर्दाफाश असाधारण कामयाबी है।
कांगड़ा : लाखों की लेनदेन मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी, मोहाली में छापेमारी कर दबोचे 9

कैसे, ऑपरेट…
दरअसल, पुलिस को एक शिकायत मिली। इसमें युवक ने पुलिस को बताया कि उसके बैंक खाते में एक माह के भीतर 65 लाख का लेनदेन हुआ है। हालांकि, स्पष्ट नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि युवक ने ही खाते को ऑपरेट करने का अधिकार एक अन्य व्यक्ति को दिया था। वैसे तो जांच में कई बातें सामने आएंगी, लेकिन प्रारंभिक तौर (initially) पर ये माना जा रहा है कि ये 65 लाख रुपया जुआ व स्पोर्ट्स एप (sports app) की सट्टेबाजी से गिरोह द्वारा इकट्ठा किया गया।
पहले पुलिस पपरोला में उन दो युवकों तक पहुंची, जिसे बैंक खाते (bank accounts) की डिटेल दी गई थी। रेड में पुलिस को हार्ड डिस्क, मोबाइल, बैंक पास बुक व सिम कार्ड इत्यादि बरामद हुए।
अब अपने मोबाइल पर सबसे पहले पाएं हिमाचल की ताजा खबरें, यहां क्लिक कर ज्वाइन करें हमारा WhatsApp Group
युवकों की निशानदेही पर पुलिस ने पंजाब के मोहाली में दबिश दी तो वहां 9 युवक इसी कार्य में जुटे पाए गए। अब तक पुलिस ने कुल 11 गिरफ्तारियां की हैं। उम्मीद की जा रही है कि पुलिस टीम लीडर तक भी पहुंचने के करीब है। एमबीएम न्यूज को मिली जानकारी के मुताबिक हिमाचल के ही एक शख्स ने मोहाली में संपत्ति खरीदी हुई थी, जहां से छत्तीसगढ़ व उत्तर प्रदेश के 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
समूचे घटनाक्रम में ये साफ जाहिर हो रहा है कि ये खेल ऐसे तरीके से चलाया जा रहा है, जिसमें ठगी तक का अहसास नहीं होता। क्योंकि ऑनलाइन जुआ (online gambling) खेलने या फिर सट्टा लगाने वाले को इस बात का कतई भी अंदाजा नहीं होता कि वास्तव में उसके साथ ठगी हुई है।
ऐसा भी माना जा रहा है कि बैंक खातों से जानबूझ कर भी कुछ राशि जुआ खेलने वालों को ट्रांसफर की जाती थी, ताकि लालच में आकर वो खाते में आई राशि से कई गुणा पैसा गंवा दें। इस मामले के खुलासे ने इस बात पर भी सवाल उठाया है कि सरकार द्वारा खुलेआम तीन पत्ती, लूडो या फिर स्पोर्टस में बैटिंग को लेकर प्रचारित होने वाले विज्ञापनों पर क्यों प्रतिबंध नहीं लगाया जाता।
ये बोली एसपी….
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में कांगड़ा की पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री (SP Shalini Agnihotri) ने कहा कि मामला काफी पेचीदा है। एक-एक कड़ी को जोड़कर आगे बढ़ना पड़ेगा। फिलहाल, मोहाली से गिरफ्तार आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर जांच को आगे बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।
एक सवाल के जवाब में एसपी ने साफ तौर पर कहा कि ये खेल संगठित तरीके से चलाया जा रहा है। कॉल सैंटर (Call Centre) की तरह लोगों को फोन कर भी जुआ खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। एसपी ने कहा कि फिलहाल ये नहीं कहा जा सकता कि जांच कहां तक पहुंची। उन्होंने कहा कि गैर कानूनी तरीके से गिरोह कार्य में जुटा हुआ है।