हमीरपुर, 17 जून : देश के पश्चिमी तट गुजरात में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ( Cyclone biperjoy) ने जमकर तबाही मचाई है। प्रदेश के कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है। तूफान से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ, सीमा सुरक्षा बल, वायुसेना व नौसेना की टुकड़ियां तटीय क्षेत्रों में तैनात थी।

इसी बीच हिमाचल के एक जांबाज पायलट सुनील दत्त (Pilot Sunil Dutt) की बहादुरी भी सामने आई। चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ की ताकत को चुनौती देते हुए हिमाचली बेटे ने गहरे समुद्र में उतर गया और 50 लोगों की जान बचाई।
दरअसल, 14 जून को गुजरात के तटीय क्षेत्रों में बिपरजॉय तूफान का अलर्ट जारी किया गया था। इसी के चलते आसपास के सभी गांव खाली करवाए जा चुके थे। वहीं, द्वारिकाधीश मंदिर (Dwarkadhish Temple) के पास औखा से करीब 40 किलोमीटर दूर सिंगपुर ऑयल रिग (रिफाइनरी) के करीब 50 क्रू मेंबर्स तूफान में फंस गए।
तूफान की रफ्तार 110 से 120 किलोमीटर प्रतिघंटा हो चुकी थी। ऐसे में दूसरे पायलटस ने हेलीकॉप्टर उड़ाने से इंकार कर दिया। ऐसे में हिमाचली बेटा तुरंत रिफाइनरी (refinery) में फंसे लोगों का निकालने को तत्पर हो गया। अपने दो सहयोगियों के साथ सुनील दत्त हेलीकॉप्टर समुद्र में ले गया। इस दौरान ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही थी।
सुनील दत्त जान जोखिम में डालकर उफनती लहरों से 50 जिंदगियों को सुरक्षित निकाल लाया। बेटे की जांबाजी पर पूरे प्रदेश को गर्व है। बता दें कि पायलट सुनील दत्त हमीरपुर जिला के बडसर उपमंडल की बिझड़ी पंचायत के गन पंगा गांव से संबंध रखता है।
रिटायर्ड प्रिसिंपल प्रकाश चंद के पुत्र सुनील दत्त की प्रारंभिक शिक्षा बिझड़ी में हुई। माता मुख्य अध्यापिका रही है। परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा-बेटी हैं। देश सेवा का जज्बा बचपन से रहा। साथ ही मिलनसार स्वभाव हर हरेक की मदद को तैयार रहना उनके व्यक्तित्व की पहचान रहा है।
पंचायत के गौरव पट्ट पर दर्ज करेंगे नाम…. बिझड़ी पंचायत के प्रधान संजय शर्मा ने सुनील दत्त की जांबाजी को सलाम किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के सपूत हमेशा देशसेवा में आगे रहे हैं। सुनील ने जिस साहस से 50 जिंदगियों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाला, उस पर हमें गर्व है। उन्होंने कहा कि सुनील दत्त के इस जज्बे को सलाम करते हुए पंचायत के गौरव पट्ट पर उनकी नाम दर्ज किया जाएगा।