नाहन, 17 जून : भारतीय पुनर्वास परिषद (Rehabilitation Council of India) शैक्षणिक सत्र 2023-25 में बगैर प्रवेश परीक्षा के स्पेशल एजुकेटर व जेबीटी (Special Educator & JBT) के दो वर्षीय डिप्लोमा में दाखिला दे रहा है। न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता जमा दो के प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट बनगी। करीब पांच साल पहले भी परिषद ने बिना प्रवेश परीक्षा के दाखिला दिया था।

हिमाचल में नाहन के अलावा तीन अन्य स्थानों पर ये कोर्स उपलब्ध है। परिषद द्वारा इन संस्थानों को स्पेशल एजुकेटर के साथ-साथ जेबीटी का दो वर्षीय डिप्लोमा करने की मान्यता दी गई है। आस्था स्पेशल स्कूल (Aastha Special School) की समन्वयक रूचि कोटिया ने बताया कि संस्थान में विशेष तरह के कोर्स के लिए 35 सीटें उपलब्ध करवाई गई हैं। छात्रों में इस कोर्स को लेकर खासा उत्साह है।
जेबीटी के साथ-साथ स्पेशल एजुकेटर के पद की पात्रता मिलने पर छात्र की दोहरी क्वालिफिकेशन हो जाती है। उन्होंने बताया कि राजस्थान के छात्र इस कोर्स के प्रति गहरी रुचि ले रहे हैं। लेकिन संस्थान चाहता है कि स्थानीय छात्रों को इस कोर्स का लाभ प्राप्त हो। रूचि कोटिया ने कहा कि स्कूल द्वारा विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए भी कक्षाएं संचालित की जाती हैं, लिहाजा स्पेशल एजुकेटर के तौर पर प्रैक्टिकल कक्षाएं नियमित तौर पर उपलब्ध हैं।
एक सवाल के जवाब में समन्वयक का ये भी कहना था कि 35 सीटों के लिए लगातार आवेदन आ रहे हैं। संस्थान प्रबंधन चाहता है कि सही लाभार्थी तक कोर्स की जानकारी पहुंचनी चाहिए। इस कारण जागरूकता दी जा रही है। बहरहाल, कोर्स में दाखिले के लिए स्कूल प्रबंधन को 70186-95842, 98059-20934 व 98164-98494 पर संपर्क किया जा सकता है।