शिमला, 07 जून : खस्ता वित्तीय स्थिति से गुजर रही हिमाचल सरकार लटके पड़े प्रॉजेक्ट्स का ठीकरा पूर्व भाजपा सरकार पर फोड़ रही है। उनका कहना है कि पूर्व भाजपा सरकार में इन्वेस्टर मीट के नाम पर केवल एमओयू ही साइन हुए है। करोड़ों रुपए इसके लिए खर्च किए गए है। जमीनी स्तर पर एक भी प्रॉजेक्ट शुरू नहीं हो पाया है।

लगभग 31 हज़ार करोड़ रुपए के प्रॉजेक्ट्स लटके पड़े हैं। इन प्रॉजेक्ट्स को सरकार शुरू करवाने की तरफ बढ़ रही है। इसके लिए आज निवेशकों को बुलाया गया है ताकि प्रॉजेक्ट्स शुरू न होने के कारणों का पता कर उसका समाधान किया जा सके।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार में हिमाचल के हितों को बेचा गया है और हाइड्रो पावर के प्रोजेक्ट में हिमाचल के हिस्सेदारी को कम भी किया गया है। जिंदगी भर के लिए प्रोजेक्ट्स निजी हाथों में दिए गए है। सरकार सभी को रिव्यू कर रही है और कोशिश कर रही है कि हिमाचल के हित में निवेश लाकर प्रॉजेक्ट्स शुरू हो सके। इससे लोगों की आर्थिक स्थिति भी ठीक होगी और लोगों को रोजगार भी मिलेंगे। गौरतलब है कि सबसे ज्यादा उद्योग विभाग के 46, पॉवर के 20 और पर्यटन के 14 प्रॉजेक्ट्स लटके पड़े हैं, जो अभी शुरू नहीं हो पाए हैं।