ऊना, 30 मई : जिला के बहडाला में शुक्र व शनिवार की मध्य रात्रि पकड़ी गई अवैध शराब के बाद एक के बाद एक कई सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। प्रारंभिक तौर पर रात को नाकाबंदी के दौरान पुलिस द्वारा पकड़ी गई 45 पेटी अवैध देसी शराब के संबंध में पूछताछ के दौरान ही एक ऐसा नाम पुलिस के सामने आ गया, जिसे सुनकर अधिकारियों के भी होश फाख्ता हो गए।

दरअसल शराब तस्करी के आरोप में काबू किए गए दोनों आरोपियों मोहित राजपूत और अश्विनी कुमार ने पुलिस को बताया कि उन्होंने यह शराब गौरव मिन्हास नाम के व्यक्ति से हासिल की है। गौरव मिन्हास वही व्यक्ति है, जो करीब डेढ़ वर्ष पूर्व मंडी में हुए नकली शराब कांड का मुख्य सरगना रहा।
गौरव का नाम सामने आने के बाद पुलिस अधिकारियों ने इस शराब की सत्यता की जांच करवाने का फैसला किया। जिसके चलते आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों को इस जांच का हिस्सा बनाया गया। आबकारी एवं कराधान विभाग ने इस शराब के नकली होने की पुष्टि की। जिसके बाद पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपियों पर शिकंजा और कस लिया। वही प्रारंभिक पूछताछ के दौरान ही इन आरोपियों ने एक पूरे डंप का खुलासा पुलिस के सामने कर दिया।
मैहतपुर इंडस्ट्रीज एरिया के तहत एक खाली पड़े प्लाट में जब छापेमारी की गई तो पुलिस ने 375 पेटी और बरामद की। जांच में यह शराब की नकली पाई गई। पुलिस के लिए अब सबसे बड़ी सिरदर्दी यह भी है कि इस तरह की नकली शराब की सप्लाई जिला के लगभग हर क्षेत्र में पहले ही की जा चुकी है। जबकि गोदाम में छापेमारी करने पर पुलिस ने वहां से जले हुए लेवल और होलोग्राम भी बरामद किए हैं। वही शराब की जांच के लिए पुलिस फॉरेंसिक लैब की भी मदद ले रही है ताकि इस शराब को लेकर सही आंकड़े सामने आ सके।
दूसरी तरफ पुलिस ने इस बात से भी इंकार नहीं किया कि इस तरह की शराब की सप्लाई पहले से यहां पर चल रही है। पुलिस का मानना है कि जिस मात्रा में अवैध शराब काबू की गई है उसके बाद कई सारे मामले जांच के दायरे में हैं। आबकारी विभाग इस शराब के नकली होने की पुष्टि कर चुका है लेकिन अब साथ में ही असली और नकली शराब के बीच का अंतर पता करने के लिए फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट का इंतजार है। साथ ही साथ जिला के विभिन्न क्षेत्रों में इस शराब को पकड़ने के लिए आबकारी एवं कराधान विभाग से भी मदद मांगी गई है ताकि लोग इस नकली शराब को पीने से किसी प्रकार की मुसीबत में न आएं।
नकली शराब का उत्पादन और उसकी पैकिंग कहां हुई है, इस मामले को लेकर पुलिस द्वारा अलग से जांच शुरू की गई है। हालांकि मैहतपुर स्थित गोदाम से कुछ ड्रम भी पुलिस ने बरामद किए हैं और इन ड्रमों की जांच के लिए फॉरेंसिक लैब की टीम मौके पर बुलाई गई थी। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सभी तथ्य जुटा लिए हैं केवल मात्र रिपोर्ट का इंतजार बाकी है। एसपी ऊना ने कहा कि इस शराब कांड में गौरव मिन्हास का नाम सामने आने के बाद पुलिस की विभिन्न टीमों ने उसकी धरपकड़ के लिए दबिश भी दी थी, लेकिन वह अपने घर में मौजूद नहीं था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गौरव मिन्हास माननीय उच्च न्यायालय से जमानत पर चल रहा है। मंडी शराब कांड के सभी आरोपियों के इस घटना में सक्रिय होने संबंधी सवाल का जवाब देते हुए एसपी ने कहा कि अभी इस मामले पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, हालांकि गौरव मिन्हास का नाम स्पष्ट रूप से सामने आ चुका है, अन्य कौन-कौन लोग इस पूरे घटनाक्रम में शामिल है यह जांच का विषय रहेगा।