रिकांगपिओ, 26 मई : राष्ट्रीय पर्वतारोहण और साहसिक खेल संस्थान (National Institute of Mountaineering and Adventure Sports) के अनुभवी पर्वतारोहियों ने कर्नल रणवीर सिंह जामवाल की अगुवाई में दुर्गम रास्तों से होकर हिमाचल प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी (Highest peak of HP) और भारत की सबसे मुश्किल चोटियों में एक “रियो पुर्जिल” (6819 मीटर) फतेह करने में कामयाबी हासिल की है। टीम का अगला लक्ष्य उत्तराखंड के दुर्जेय पर्वत कामेट (Kamet) को फतह करना है। 14 सदस्य हर शिखर तिरंगा टीम ने प्रदेश की सबसे चोटी रियो पुर्जिल (Rio Purgil) की चढ़ाई 11 मई को किन्नौर जिले के नाको गांव से शुरु की थी।
गौर रहे कि “हर शिखर तिरंगा” (Har Shikhar Tiranga) निमास का एक अनोखा और साहसिक अभियान है, जिसका पहले कभी प्रयास नहीं किया गया है। इस कठिन प्रयास में अरुणाचल प्रदेश (Arunanchal Pradesh) के दिरांग स्थित राष्ट्रीय पर्वतारोहण और साहसिक खेल संस्थान (NIMAS) के अनुभवी पर्वतारोहियों की टीम ने पहले ही सात उत्तर पूर्वी राज्यों के सबसे ऊंचे पहाड़ों पर तिरंगा फहरा लिया है। अब हिमाचल प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी पर पहुंचने में भी सफलता हासिल कर ली है।
हिमालय के दक्षिण जांस्कर रेंज के रियो पुर्जिल भाग में पिछले पांच दशकों में केवल तीन बार पर्वतारोहियों ने सफलतापूर्वक चढ़ाई की है। “रियो पुर्जिल” पहाड़ में अत्यधिक तकनीकी चुनौतियों और बड़े पत्थर एवं बर्फ सहित कठिन ढाल के कारण इस पर चढ़ने का बहुत कम ही प्रयास किया जाता है। पिछले 10 वर्षों में इस पहाड़ पर चढ़ने के चार से ज़्यादा प्रयास किए गए, लेकिन वह सफल नहीं हुए।
निमास की टीम को पहाड़ी उपकरणों और राशन अपनी पीठ पर ही ले जाना पड़ा, क्योंकि बर्फबारी के कारण खच्चर बेस कैंप तक नहीं पहुंच सके। टीम ने शिखर पर पहुंचने से पहले 5417 मीटर और 6170 मीटर की ऊंचाई पर दो कैंप लगाए। बर्फ और चट्टानी इलाके के दुर्गम रास्ते से टीम के सदस्यों ने 18 घंटे में गंतव्य शिखर तक पहुंचे।
कर्नल रणवीर सिंह जम्वाल के नेतृत्व में टीम 22 मई 2023 को दोपहर 2:50 बजे शिखर पर पहुंची। टीम 22 मई 2023 को शाम 07:55 बजे बेस कैंप में और आखिर में 24 मई 2023 की शाम को नाको गांव पहुंची। नाको पहुंचने पर के जिला परिषद सदस्य शांता कुमार नेगी, लेक व्यू होटल के महाप्रबंधक गौरव, नवांग समेत कई गणमान्य ग्रामीणों ने टीम के सदस्यों का स्वागत किया।