नाहन, 23 मई : हिमाचल प्रदेश के राज्य कर एवं आबकारी विभाग (State Tax and Excise Department of Himachal Pradesh) में ईटीओ (ETO) के पद पर तैनात शुभम धीमान (Shubham Dhiman) को यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में कामयाबी हासिल हुई है। शुभम ने उस कहावत को भी चरितार्थ किया है…‘बार-बार कोशिश करने वालों की हार नहीं होती, हार के बाद ही जीत होती है’। दरअसल शुभम धीमान ने पांचवे प्रयास में देश की सबसे कठिन परीक्षा को उत्तीर्ण किया है।
एनआईटी हमीरपुर (NIT Hamirpur) से इलैक्ट्रिकल ट्रेड में बीटेक (B. Tech in Electrical Trade) की पढ़ाई कर चुके शुभम ने तकरीबन 14 महीने तक भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में पीओ (PO at State Bank of India) के पद पर सेवाएं भी दी। इसके बाद हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा की एलाइड सर्विसेज (Allied Services of HP Administrative Service) में ईटीओ के पद पर चयनित हुए। 27 मई 2019 से आबकारी विभाग (Excise Department)में सेवाएं दे रहे हैं।
बेशक ही शुभम 800वां रैंक मिलने से संतुष्ट नहीं हैं, लेकिन इस कामयाबी में एक दुर्लभ बात भी है। दरअसल, दो-तीन मर्तबा प्रयास करने के बाद युवा पीढ़ी हताश हो जाती है। खासकर एक राजपत्रित अधिकारी (Gazetted officer) का पद लेने के बाद तो युवा पीढ़ी देश की सबसे कठिन परीक्षा को क्रैक करने की सोचती भी नहीं है। इसके विपरीत शुभम ने न केवल सरकारी नौकरी को जारी रखा, बल्कि पांच साल से यूपीएससी की परीक्षा को क्रैक करने का जज्बा पाले रखा।

उल्लेखनीय है कि नाहन (Nahan) में सेवारत रहने के दौरान ही परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए थे। पिता रतन लाल धीमान बिजली बोर्ड से एसडीओ के पद से सेवानिवृत हुए हैं, जबकि मां उर्मिला धीमान गृहिणी हैं। बहन क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में एनेस्थीसिया (Anesthesia) की एमडी हैं।
नाहन में जॉब के साथ-साथ ही ‘शुभम’ परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए थे। पहली बार साक्षात्कार तक पहुंचे थे। मूलतः घुमारवीं उपमंडल के करलोटी गांव के रहने वाले 29 वर्षीय शुभम धीमान ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क (MBM News Network) से बातचीत में कहा कि वो रैंक से संतुष्ट नहीं हैं। दोबारा प्रयास करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति की कैटेगरी में आयु की अधिकतम सीमा भी नहीं होती। लिहाजा, अवसर मौजूद हैं।
एक सवाल के जवाब में शुभम धीमान का कहना था कि नौकरी के साथ-साथ तैयारी में जुटा रहा। पढ़ाई के लिए एक वक्त निर्धारित किया हुआ था। उनका कहना था कि एकाग्रता (concentration) की बदौलत नौकरी के साथ-साथ भी सफलता को पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोई भी सफलता असंभव नहीं होती। इच्छाशक्ति व दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है।
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इंटरव्यू बोर्ड (interview board) द्वारा पूछे गए सवालों के बारे में शुभम धीमान ने कहा कि वैसे तो एक बड़ा दायरा था, लेकिन हिमाचल से जुड़े सवाल भी थे। हिमाचल की चीन से जुड़ी सीमा पर स्थिति को लेकर पूछा गया। इसके अलावा विषय व सामान्य सवालों की भी फेहरिस्त थी। उन्होंने कहा कि चूंकि वो पहली बार साक्षात्कार में पहुंचे थे तो हल्का सा दबाव तो था, लेकिन बोर्ड ने इतना मैत्रीपूर्ण वातावरण दिया कि लेशमात्र भी दबाव महसूस नहीं हुआ।
यूपीएससी 2022 की परीक्षा में अनुसूचित जाति कैटेगरी में आईएएस के 29, IFS के 6 व आईपीएस के 31 पद थे। इसके अलावा केंद्रीय सेवाओं की कैटेगरी में 69 पद रखे गए थे। B-category में अनुसूचित जाति के कुल 19 पद थे। देशभर में अनुसूचित जाति के 154 पद रहे।