नाहन, 22 मई : आईआईएम सिरमौर (IIM Sirmaur) में पांवटा साहिब (Paonta Sahib) के मेधावी युवक अक्षदीप सिंह को दाखिला मिला है। राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कैट परीक्षा (CAT Exam) में अक्षदीप सिंह ने 95.75 परसेंटाइल का स्कोर हासिल किया है। द स्कालर्स होम पांवटा साहिब (TSH Paonta Sahib) में शिक्षा ग्रहण करने के बाद अक्षदीप सिंह ने चितकारा विश्वविद्यालय से बीबीए (BBA) की पढ़ाई की है। इसके बाद वो मोहाली में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी (MNC) में इंटर्नशिप (Internship) कर रहे हैं।

हालांकि, पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि पहली बार सिरमौर के किसी स्टूडेंट को आईआईएम (Indian Institute of Management) सिरमौर में दाखिला मिला है। मौजूदा बैच (Batch) में ये तय है कि अक्षदीप ही एकमात्र सिरमौरी है। ये जानकारी भी सामने आ रही है कि हिमाचल के करीब आधा दर्जन स्टूडेंट्स यहां दाखिला लेने में सफल हुए थे लेकिन स्थानीय स्तर पर अक्षदीप सिंह ही पहले स्टूडेंट होंगे। आईआईएम सिरमौर की स्थापना 2015 में हुई थी।
बता दें कि मौजूदा में आईआईएम (IIM) का कैंपस पांवटा साहिब के रामपुर घाट में एक निजी भवन में चल रहा है। करीब एक से दो साल के भीतर आईआईएम का धौलाकुआं में एक शानदार भवन बनकर तैयार हो जाएगा।
आईआईएम सिरमौर के 7 बैच पास आउट हो चुके हैं। हालांकि, अक्षदीप ने आईआईएम के टॉप-3 संस्थानों में दाखिले का लक्ष्य रखा था, लेकिन पर्सेंटाइल के आधार पर इत्तफाकन ही अक्षदीप सिंह को अपने घर में ही देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थान(Best institute) में शिक्षा का मौका प्राप्त हुआ है।
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आईआईएम सिरमौर में दाखिला लेने में कामयाब अक्षदीप के पिता गुरप्रीत सिंह रेडीमेड गारमेंटस (readymade garments) के कारोबारी हैं। माता निर्मित कौर (Nirmit Kaur) गृहिणी हैं। छोटा भाई गुरशन सिंह पढ़ाई कर रहा है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में गुरप्रीत सिंह के पिता का कहना था कि परिवार इस बात से बेहद खुश है कि बेटे को आईआईएम सिरमौर में दाखिला मिला हैै। उन्होंने कहा कि आईआईएम नागपुर (IIM Nagpur) में अक्षदीप वेटिंग लिस्ट में है।

बता दें कि समूचे देश में आईआईएम के 20 कैंपस हैं। आईआईएम सिरमौर की फैक्लिटी (Faculty) भी शानदार है, स्थाई भवन में इंफ्रास्ट्रक्चर (infrastructure) सुधरने की स्थिति में ये कैंपस (Campus) एक-दो साल में रैंकिंग के नजरिए से उछाल लेगा।
गत माह आईआईएम सिरमौर का सातवां दीक्षांत (Seventh convocation) समारोह आयोजित किया गया था। इस समारोह की खास बात ये थी कि समारोह में 238 छात्रों ने परंपरागत परिधान को छोड़कर हिमाचली वेशभूषा (Himachali costumes) में डिग्री हासिल की थी। सातवें बैच (Batch) में संस्थान के स्टूडेंट्स को कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव में 64 लाख का पैकेज ऑफर हुआ था।
तकरीबन 100 प्रतिष्ठित कंपनियों ने स्टूडेंट्स को जॉब ऑफर (job offer) की थी। संस्थान में सामान्य प्रबंधन कार्यक्रम के स्टूडेंट्स को 64 लाख रुपए प्रतिवर्ष (64 LPA) का पैकेज ऑफर हुआ था। करीब दो-तीन सप्ताह पहले ही संस्थान ने पेरिस विश्वविद्यालय (University of Paris) के सहयोग से सामान्य प्रबंधन व डिजिटल परिवर्तन और विश्लेषकी के कोर्स भी लॉन्च किए थे।
उधर, इसी बीच द स्कॉलर्स होम पांवटा साहिब के निदेशक नरेंद्र पाल सिंह नारंग ने कहा कि ये बेहद ही प्रसन्नता की बात है कि जिस शहर में स्कूली शिक्षा हासिल की, उसी स्कूल में स्टुडेंट को आईआईएम (Indian Institute of Management) जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में दाखिला लेने का मौका मिला।
भारतीय प्रबंधन संस्थान सिरमौर के निदेशक डॉ. प्रफुल्ल अग्निहोत्री ने एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में कहा कि हमें भी ये अच्छा लग रहा है कि स्थानीय युवक दाखिला लेने में सफल हुआ है। उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड की पड़ताल के बाद ही ये बताया जा सकता है कि सिरमौर के ही रहने वाले कैंडिडेट को पहली बार कैंपस मिला है या नहीं। अलबत्ता ये साफ है कि इस बैच में दाखिला लेने वाले अक्षदीप एकमात्र लोकल कैंडिडेट हैं।