Facebook Twitter Instagram
    Latest
    • जंगल में आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग ने तैयार किया फायर मैपिंग सिस्टम : सीएम 
    • मापदंड पूरा करने के बावजूद “बणी स्कूल” बंद करना न्यायसंगत नहीं
    • सांसद प्रतिभा सिंह बयान पर टिप्पणी, जोगिंद्रनगर की जनता को “बिकाऊ” बोलना दुर्भाग्यपूर्ण
    • AIIMS के बनने से हिमाचल को नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्यों को भी मिलेगी सुविधा
    • संयुक्त निरीक्षण के बाद बहाल होगा ग्रामफू से काजा कुंजुम दर्रा मार्ग…
    Facebook Twitter Instagram
    MBM NEWS NETWORK
    Subscribe
    Wednesday, May 31
    • होम
    • चुनाव विशेष
    • हिमाचल प्रदेश
      • सिरमौर
      • सोलन
      • मंडी
      • उद्योग
      • उद्योग
      • खेलकूद
      • सामान्य ज्ञान
      • युवा
    • फिल्मी दुनिया
      • मनोरंजन
      • साहित्य
    • राजनैतिक
    • दुर्घटनाएं
    • क्राइम
    • नेशनल
    • अंतर्राष्ट्रीय 
    MBM NEWS NETWORK
    Home»मुख्य समाचार»संरक्षित भौगोलिक संकेत के रूप में “कांगड़ा चाय” यूरोपीय संघ के तहत पंजीकृत : मुख्यमंत्री 
    मुख्य समाचार

    संरक्षित भौगोलिक संकेत के रूप में “कांगड़ा चाय” यूरोपीय संघ के तहत पंजीकृत : मुख्यमंत्री 

    MBM NewsBy MBM NewsMay 19, 2023Updated:May 19, 2023No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email Telegram WhatsApp

    शिमला, 19 मई : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांगड़ा चाय यूरोपीय संघ में संरक्षित भौगोलिक संकेत (GI) के रूप में पंजीकृत होने वाला देश का दूसरा उत्पाद बन गया है। उन्होंने कहा कि इससे कांगड़ा चाय के उत्पादकों के लिए यूरोपीय देशों में बिक्री का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

    उन्होंने कहा कि यूरोपीय बाजारों में उत्पाद की गुणवत्ता, वास्तविकता व प्रतिष्ठा को पहचानने के लिए कांगड़ा चाय का यूरोपीय संघ के तहत पंजीकरण महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने कहा कि इसके पंजीकरण से कांगड़ा चाय को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है जोकि इसकी बिक्री के लिए वरदान साबित होगा। इस निर्णय से कांगड़ा जिले के पालमपुर, बैजनाथ, कांगड़ा व धर्मशाला, मंडी जिले के जोगिंदरनगर और चंबा जिले के भटियात क्षेत्र के ‘कांगड़ा चाय’ उत्पादकों को लाभ होगा।  

    Demo -- --- Demo -- -- -- -- Demo

      कांगड़ा चाय अपने अनूठे स्वाद के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। इसमें प्रचुर मात्रा में मौजूद पाइराजिन इसे अलग सुगंध प्रदान करता हैै। इसके अतिरिक्त, इसमें औषधीय गुण भी पाए जाते हैं जोकि एंटीऑक्सिडेंट्स, फेनोलिक कम्पाउंड, ट्रिप्टोफैन, अमीनो एसिड्स, थीनाइन ग्लूटामाइन और कैटेचिन से मिलते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा चाय को वर्ष 2005 में पंजीयक भौगोलिक संकेतक, चेन्नई, द्वारा जीआई का दर्जा दिया गया था अब यूरोपीय संघ के साथ पंजीकरण के बाद कांगड़ा चाय की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है जिससे राज्य के कांगड़ा चाय उत्पादकों को लाभ होगा।  

    ब्रिटिश काल में कांगड़ा चाय का निर्यात यूरोपीय बाजारों में किया जाता था। इसकी गुणवत्ता के कारण एम्स्टरडेम और लंदन के बाजारों द्वारा वर्ष 1886 से 1895 के बीच कांगड़ा चाय को विभिन्न पुरस्कार दिए गए। आज से पहले यूरोपीय संघ में पंजीकृत न होने के कारण कांगड़ा चाय की यूरोपीय बाजारों में बिक्री संभव नहीं थी, लेकिन अब पंजीकरण के पश्चात इस हिमाचली उत्पाद के लिए यूरोपीय देशों के बाजार भी खुल गए हैं।  

      ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार हिमाचल के पारंपरिक उत्पादों को संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि स्थानीय कारीगरों और बुनकरों को लाभ पहुंचाने के लिए कई नवीन पहल की गई हैं। उन्होंने कहा कि कुल्लू शॉल, चंबा रुमाल, किन्नौर शॉल, कांगड़ा पेंटिंग, लाहौल के ऊनी मोजे और दस्ताने इत्यादि सहित राज्य के करीब 400 से अधिक पारंपरिक उत्पादों को आज जीआई का दर्जा प्राप्त है। इसके अतिरिक्त हिमाचली टोपी, सिरमौरी लोईया, मंडी की सेपुबड़ी, चंबा धातु शिल्प, किन्नौरी सेब और किन्नौरी आभूषणों को जीआई का दर्जा देना पंजीयक भौगोलिक संकेतक, चेन्नई, के पास विचाराधीन है।  

    ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यूरोपीय संघ के साथ कांगड़ा चाय के पंजीकरण की कठिन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए हिमाचल प्रदेश विज्ञान प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इस उपलब्धि में योगदान के लिए कृषि विभाग, हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (IHBT) पालमपुर और कांगड़ा वैली स्मॉल टी प्लांटर्स एसोसिएशन को भी बधाई दी।

    Himachal News In Hindi Shimla News
    Share. Facebook Twitter LinkedIn Telegram WhatsApp
    Previous Articleक्वार्टर में लगी आग, सामान जलकर राख, पूछताछ के लिए हिरासत में लिया युवक 
    Next Article पुलिस व BRO टीम ने बारालाचा में फंसे ट्रक को किया रेस्क्यू 

    Related Posts

    जंगल में आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग ने तैयार किया फायर मैपिंग सिस्टम : सीएम 

    शिमला 3 Mins Read

    मापदंड पूरा करने के बावजूद “बणी स्कूल” बंद करना न्यायसंगत नहीं

    शिमला 2 Mins Read

    सांसद प्रतिभा सिंह बयान पर टिप्पणी, जोगिंद्रनगर की जनता को “बिकाऊ” बोलना दुर्भाग्यपूर्ण

    मंडी 2 Mins Read
    Demo
    क्राइम
    ऊना

    नकली शराब की बरामदगी के मामले में ट्रांसपोर्ट कंपनी के गोदाम से मिला स्पिरिट का बड़ा जखीरा

    By MBM NewsMay 30, 2023
    ऊना

    मैहतपुर के नकली शराब मामले में सनसनीखेज खुलासे, मंडी शराब कांड के सरगना से जुड़े हैं तार

    By MBM NewsMay 30, 2023
    क्राइम

    शिमला : खून से लथपथ शव मिलने से हड़कंप, शरीर पर चोट के निशान, हत्या की आशंका

    By MBM NewsMay 29, 2023
    ऊना

    #Una : फैक्ट्री के भवन से चल रहा था अवैध शराब का कारोबार, छापेमारी में बड़ा जखीरा बरामद

    By MBM NewsMay 29, 2023
    क्राइम

    बिलासपुर में बस सवार महिला चरस समेत गिरफ्तार

    By सुनील ठाकुरMay 29, 2023
    क्राइम

    शिकारियों की गोली से बाइक सवार घायल, बाल-बाल बचा दो साल का मासूम

    By MBM NewsMay 28, 2023
    मुख्य समाचार

    हिमाचल सरकार से NTT कोर्स धारकों की गुहार, जल्द हो समस्या का समाधान…

    May 30, 2023

    मैहतपुर के नकली शराब मामले में सनसनीखेज खुलासे, मंडी शराब कांड के सरगना से जुड़े हैं तार

    May 30, 2023

    औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में ‘आयकर विभाग’ की दबिश, गोपनीय तरीके से पहुंची टीम

    May 30, 2023

    MS रामचंद्र राव बने हिमाचल के चीफ जस्टिस, राज्यपाल ने दिलाई शपथ

    May 30, 2023

    हिमाचल में डेढ़ घंटे डॉक्टर्स ने की पेन डाउन स्ट्राइक, NPA बंद करने पर किया विरोध

    May 29, 2023



    Facebook Twitter Instagram Pinterest
    • Team
    • Services
    • Contact
    © 2023

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.