मंडी, 16 मई : चुनावों के समय दी गई गारंटियां अब कांग्रेस के लिए विरोध का रूप लेती हुई नजर आ रही हैं। रोजगार सहित अन्य गारंटियों को लेकर युवाओं ने सरकार का विरोध करना शुरू कर दिया है।
मंगलवार को भारत की जनवादी नौजवान सभा के बैनर तले मंडी में युवाओं ने राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी भी की। नौजवान सभा के राज्य अध्यक्ष सुरेश सरवाल ने बताया कि सरकार बने हुए पांच महीने हो गए हैं और सरकार ने गांरटियों के रूप में जो वादे किए थे वो पूरे नहीं हो पा रहे हैं।
कांग्रेस ने सत्ता में आने पर 1 लाख नौकरियां देने का वादा किया था, पर सरकार द्वारा अभी तक नौकरियों को लेकर कोई भी नोटिफिकेशन जारी नहीं की गई है। सरकार खुद कह रही है कि टीजीटी, पीजीटी और कालेज कैडर में ही 25 हजार से ज्यादा पद खाली हैं। मौजूद सरकार के व्यवस्था परिवर्तन के नारे पर तंज कसते हुए कहा कि व्यवस्था परिवर्तन तो हो रहा है, लेकिन इसमें रोजगार के नाम पर बेरोजगारों के साथ खिलवाड़ शामिल है।

सुरेश सरवाल ने कहा कि सरकार ने दिसंबर 2022 से ही घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट निशुल्क बिजली देने की गारंटी दी थी लेकिन इसपर भी सरकार सफलता हासिल नहीं कर पाई। 18 से 60 वर्ष आयु की महिलाओं को हर माह 1500 रुपये की सुनिश्चित राशि देने का भी वादा सरकार ने किया लेकिन उसको तोड़ मरोड़ कर महिलाओं में परोसा जा रहा है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि समय रहते दी गई गारंटियों को लागू नहीं किया गया तो जून और जुलाई में सड़कों पर नौजवानों द्वारा जथे निकले जाएंगे और प्रदेश सरकार के खिलाफ तीव्र आंदोलन किया जाएगा।