काजा / तन्जिन वंगज्ञाल : जनजातीय जिला लाहौल स्पीति (Lahaul Spiti) को पानी की किल्लत से जूझना न पड़े। इसके लिए प्रशासन व सरकार ने कवायद तेज कर दी है। बता दें कि पिछले दिनों काजा में राज्यस्तरीय हिमाचल दिवस (Himachal Day) 15 अप्रैल के कार्यक्रम के दौरान स्पीति के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे सीएम सुखविंदर ठाकुर ने घाटी में चल रही पानी की कमी और बिजली की समस्या को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों की क्लास मौके पर ही लगा दी थी। ऐसे में उन्होंने दौरे के दौरान घाटी की जनता से यह वादा किया था कि जल्द ही स्पीति के लोगों को पानी और बिजली की समस्या से निजात मिलेगी।
वहीं, प्रदेश सरकार के उच्चाधिकारियों को भी फरमान जारी करते हुए स्पीति घाटी का जायजा लेने को कहा था। मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह ने स्पीति घाटी का हाल ही में दौरा किया, और स्थिति का जायजा लिया, वहीं जिला व विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ शिमला में बैठक भी की। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह (Principal Advisor Ram Subhag Singh) ने अधिकारियों को ये निर्देश दिए कि वे समस्या का जल्द से जल्द समाधान निकाल कर लोगों को राहत पहुंचाएं। बहरहाल स्पीति घाटी के लोगों को अब जल्द ही पानी उपलब्ध होगा। वहीं खेतों को सुखाने के लिए भी किसानों को चिंता नहीं सताएगी।

स्पीति घाटी में जहां सर्दियों में तापमान -35 डिग्री पहुंच जाती है, और सब कुछ जम जाता है। ऐसे में पानी न जमे इसके लिए अधिकारियों के एक दल को लद्दाख भेजने का फैसला लिया गया है। विधायक रवि ठाकुर ने बताया कि यह दल लद्दाख में पहुंचकर यह देखेगा कि लद्दाख में किस तकनीक का इस्तेमाल सर्दियों में किया जाता है और किस तरह से पानी को जमने से रोका जाता है। यह दल लद्दाख में अपनाई जाने वाली तकनीक की सारी जानकारी हासिल कर जहां प्रदेश लौटेगा। वहीं इसके बाद एक दल को नॉर्थ ईस्ट भी भेजा जाएगा।
इसके अलावा स्पीति घाटी में सिंचाई व्यवस्था को मजबूत करने के लिए केंद्रीय जल आयोग का एक दल भी जल्द घाटी के दौरे पर आ रहा है। कहा कि लाहौल स्पीति के किसान बागवानों को आने वाले समय में पानी की समस्या से न जूझना पड़े। इसके लिए वे दिन रात मेहनत कर रहे हैं और आधुनिक तकनीक के माध्यम से किसान बागवानों को पानी उपलब्ध करवाने का प्रयास कर रहे हैं।