मंडी, 7 मई : जिला के बागवानों को सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमैटिक प्लांट लखनऊ में सुगंधित एवं औषधीय पौधों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण से ना केवल जिला के बागवान सुगंधित व औषधीय पौधों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे, बल्कि बागवानों इन पौधों की जानकारी होने से जिला में इनकी खेती को भी बढ़ावा मिलेगा। जिससे आने वाले समय में किसानों व बागवानों को अच्छी आमदनी भी प्राप्त होगी।

रविवार को उद्यान विभाग व डेवलपमेंट फाउंडेशन के माध्यम से जिला के 17 बागवानों को सुगंधित एवं औषधीय पौधों के बारे में प्रशिक्षण लेने के लिए लखनऊ के सीआईएमएपी सेंटर में भेजा गया। यह बागवान 5 दिन तक लखनऊ में प्रशिक्षण लेंगे, जिसमें बागवानों को सुगंधित पौधों जंगली तुलसी, जंगली गेंदा, जनेरियम, लेमन ग्रास को लगाने, इनका संस्करण करने व तेल निकालने इत्यादि की जानकारी दी जाएगी। इन बागवानों के साथ बागवानी अधिकारी बाली चौकी सुरेंद्र कुमार व डेवलपमेंट फाउंडेशन के अधिकारी भी सुगंधित एवं औषधीय पौधों के बारे में प्रशिक्षण लेंगे।
इस बारे में जानकारी देते हुए विषयवाद विशेषज्ञ उद्यान विभाग मंडी पूजा गौतम ने बताया कि जिला के विभिन्न ब्लॉकों से इन बागवानों को प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है। ट्रैनिंग के दौरान यहां सभी बागवान औषधीय और सुगंधित पौधों को लगाने से लेकर, रखरखाव व इससे होने वाले औषधीय लाभों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण से मंडी जिला में औषधीय और सुगंधित पौधों की खेती को बढ़ावा मिलेगा। वहीं, महक योजना के अंतर्गत भी किसानों व बागवानों को अनुदान दिया जाएगा।