नाहन/प्रकाश शर्मा : संगड़ाह उपमंडल की कोटी धीमान पंचायत में बीपीएल सूची (BPL List) को लेकर धांधली का मामला सामने आया है। वीरवार को ग्राम पंचायत विजिलेंस कमेटी के सदस्य दलीप आजाद ने नाहन में आयोजित पत्रकार वार्ता में कथित धांधली का खुलासा किया। आरोप है कि अमीरों को इस वजह से बीपीएल सूची में शामिल किया जाता है ताकि इसके प्रमाण पत्र के आधार पर वो नौकरी हासिल कर सके।
उन्होंने बताया कि कोटी धीमान पंचायत में तकरीबन 2 वर्ष पहले सीमेंट घोटाले (cement scam) में संलिप्त प्रधान व उपप्रधान को निलंबित (Suspended) कर दिया था। इसके बाद वार्ड सदस्य को कार्यवाहक प्रधान का जिम्मा सौंपा गया था। आजाद ने कहा कि कार्यवाहक प्रधान धांधली करने में निलंबित प्रधान से चार कदम आगे निकला। पंचायत में ऐसे अपात्र लोगों को बीपीएल श्रेणी (BPL Category) में शामिल कर दिया गया, जिनके पास अपने पक्के मकान हैं और साधन संपन्न हैं। उन्होंने बताया कि हैरानी की बात यह है कि अपात्र लोगों द्वारा बीपीएल में शामिल होने के लिए झूठा शपथ पत्र व हलफनामा भी दिया गया। इसके बाद उन्हें बीपीएल सूची में शामिल होने की अनुमति दे दी गई।

बीपीएल सूची में जिन लोगों को शामिल किया गया है, उनके पास चार-चार मंजिला आधुनिक पक्के मकान सहित कई एकड़ जमीन भी है। आजाद ने इसकी तस्वीरें भी मीडिया के सामने पेश की। उन्होंने बताया कि जब इस मामले में कार्यवाहक प्रधान व पंचायत कर्मचारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इन सभी लोगों को इसलिए बीपीएल सूची में शामिल किया गया है, ताकि ये लोग नौकरी में लग सके।
आलम यह है कि इन रसूखदार लोगों को नौकरी देने के लिए ऐसे लोगों को बीपीएल की सुविधाओं से महरूम रखा गया जो कच्चे मकान में रह रहे हैं। कई लोग तो ऐसे हैं, जिनके पास एक एकड़ भी अपनी जमीन नहीं है। हरदोई देवी, रण सिंह, रतन सिंह, गुमान सिंह, भूप सिंह, बलदेव सिंह, लाइक राम, दिनेश कुमार सहित कई ऐसे लोग हैं जो असल में बीपीएल सुविधाओं के हक़दार है। लेकिन इन्हें इस सूची में शामिल नहीं किया गया। यह लोग अभी भी कच्चे मकानों में रह रहे हैं। जबकि राजनीतिक पहुंच वाले रसूखदार लोगों को नकली गरीब बनाकर बीपीएल सूची में शामिल कर दिया गया।

ये है बंगले वाले गरीब
दलीप आजाद ने बताया कि मधुबाला पुत्री कल्याण सिंह के पास चार मंजिला मकान है। वही गांव के अन्य हिस्से में भी दो मकान बनाए हुए हैं। पिता की मृत्यु के बाद यह सारी संपत्ति बच्चों के नाम हो गई है, बावजूद इसके परिवार ने झूठा हलफनामा व शपथ पत्र देकर अपना नाम बीपीएल सूची में शामिल करवा दिया।
पंचायत का ही एक व्यक्ति सूरत सिंह भी साधन संपन्न परिवार से संबंध रखता है। व्यक्ति के पास पक्का मकान है। इतना ही नहीं बच्चों के पास आने जाने के लिए अपना निजी वाहन भी है। कई एकड़ भूमि के मालिक होने के बावजूद भी उन्हें बीपीएल में शामिल किया गया है।
विद्या देवी, सोहन सिंह, कल्याण सिंह, नरेश कुमार आदि ऐसे लोग हैं जो कई एकड़ भूमि के मालिक है। पक्का मकान होते हुए भी इन्हे नकली गरीब बनाया गया है । आजाद ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत एसडीएम को भी सौंपी है। साथ ही उन्होंने बताया कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो वह हाईकोर्ट में भी याचिका दायर करेंगे।