नाहन, 02 मई : वैसे तो पति द्वारा पत्नी की हत्या के घटनाएं अक्सर ही सामने आती रही हैं, लेकिन यहां खाकी ने एक ऐसी महिला को मरने के बाद न्याय दिलवाया है, जिसकी हत्या का न तो कोई चश्मदीद था न ही कोई शिकायतकर्ता।

अहम बात ये है कि खाकी ने महिला के अंतिम संस्कार के बाद श्मशानघाट से ‘चिता की राख’ को भी कब्जे में लिया, लेकिन इसकी भनक तक किसी को नहीं लगने दी। शायद, महरूम श्यामा देवी की आत्मा पुलिस की कार्यशैली से प्रसन्न होगी, क्योंकि खाकी कोशिश न करती तो उसकी हत्या गुमनाम रह जाती। खास बात ये भी है कि मीडिया से कुछ छिपता नहीं है, लेकिन आईपीसी 302 के इस मुकदमे से मीडिया भी बेखबर रहा।
ये है मामला….
कलाअंब थाना के अंतर्गत मोगीनंद में एक किराए के कमरे में 13-14 जनवरी 2023 की रात आरोपी राजेश कुमार यादव अपनी पत्नी श्यामा देवी की पीट-पीट कर हत्या कर देता है। पत्नी की मौत का ड्रामा करने के बाद सुबह शव का अंतिम संस्कार भी कर देता है। आसपास के लोगों को ये कहकर घर चला जाता है कि पत्नी की क्रिया के लिए घर जा रहा है।
इसी बीच खाकी को खुफिया नेटवर्क के माध्यम से अपराध की भनक लगती है। बेहद ही गोपनीय तरीके से चिता की राख को भी कब्जे में लिया जाता है। आरोपी के खिलाफ न तो कोई शिकायतकर्ता था और न ही कोई गवाह। लिहाजा, पुलिस को क्रिया का समय पूरा होने का इंतजार करना था। ऐसे ही 15 दिन बीत गए। फरवरी माह में पुलिस ने आरोपी पर दबाव बनाना शुरू किया। 12 फरवरी को परिवार वाले भी कालाअंब पहुंच गए।
इस दौरान पुलिस को पता चला कि उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के रहने वाले राजेश कुमार यादव की शादी हो गई थी, लेकिन इसका गौणा 2007 में हुआ। मृतका अमेठी जिला की रहने वाली थी।
क्यों गहराया पुलिस का शक…
पुलिस का शक इस बात पर गहरा गया क्योंकि आरोपी ने पत्नी की मौत की सूचना रिश्तेदारों व परिजनों को नहीं दी थी। फरवरी महीने में गिरफ्तारी के बाद राजेश ने पूरा घटनाक्रम बयां कर दिया। मार्च महीने तक पुलिस ने हत्या के अनसूचित केस के रहस्य से पूरी तरह से पर्दा हटा दिया था।
हत्या की वजह…
हर मर्डर के पीछे एक वजह होती है। श्यामा देवी निसंतान थी। 16-17 साल बीत जाने के बाद भी औलाद न होने पर राजेश उसे अक्सर पीटा करता था। 13-14 जनवरी की रात मौत के घाट उतार दिया। अंतिम संस्कार भी सुनियोजित तरीके से किया। इससे ये भी जाहिर होता है कि राजेश ने पत्नी को मौत के घाट उतारने की पूरी प्लानिंग की हुई थी।
कुल मिलाकर…
कुल मिलाकर इस मामले में पुलिस की तारीफ इस कारण बनती है कि एक महिला को संसार त्यागने के बाद न्याय मिल गया है। वो भी ऐसा अपराध जिसकी भनक किसी को नहीं थी। पुलिस ने केवल एक बगैर आधार की सूचना पर तहकीकात शुरू की थी।
कालाअंब के थाना प्रभारी मोहर सिंह ने कहा कि ये सही है कि हत्या का मामला दर्ज हुआ था। आरोपी न्यायिक हिरासत में है। उन्होंने कहा कि ये भी सही है कि पुलिस को ये केस क्रैक करने में खासा संयम बरतना पड़ा था।