नाहन, 30 अप्रैल : हिमाचल की पांवटा साहिब घाटी में ‘गजराज’ की दहशत से ग्रामीण सहमे हुए हैं। हालांकि, हाथियों का झुंड खेतों को तो पहले भी नुकसान करता आया है, लेकिन इस बार तो एक बुजुर्ग महिला की जान ही ले ली। लिहाजा दहशत लाजमी है। कोलर पंचायत की करीब 65 से 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला राम देवी को हाथी ने रौद्र रूप में आकर कुचला।
ये कोई नहीं जानता कि गजराज के गुस्से की वजह क्या थी। वन्य प्राणी विभाग की कार्यवाहक डीएफओ अनीता भारद्वाज (DFO Anita Bhardwaj) ने माना कि हिमाचल में हाथी (Elephant in Himachal) के हमले से ये पहली मौत होगी। पांवटा घाटी से हाथियों का झुंड नाहन के समीप तक भी पहुंचने लगा है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि हाथियों को ग्रामीणों के व्यवहार पर भी गुस्सा आता होगा, इसका कारण ये है कि ग्रामीण अपने ही स्तर पर कई मर्तबा हाथियों को खदेड़ने की कोशिश करते हैं।
रात के समय हाथी मौजूदगी में व्यवधान नहीं सहन कर पाते हैं। कोलर पंचायत के रहने वाले मोहन सिंह की मानें तो बुजुर्ग महिला को हाथी ने सूंड से उठाकर तो पटका ही, साथ ही शरीर पर दांत के निशान भी थे। खून में लथपथ बुजुर्ग के बचने की गुंजाइश मौके पर ही नजर नहीं आ रही थी। उनका कहना था कि रविवार को शायद ही कोई जंगल की तरफ गया होगा।
बुजुर्ग महिला अपने पीछे दो बेटों व एक बेटी का परिवार छोड़ गई है। बता दें कि बुजुर्ग महिला पूरी तरह से स्वस्थ थी, साथ ही घरेलू कार्यों के अलावा दिहाड़ी भी करती थी। शनिवार को ही अनाज की टंकी को सुखाने के लिए बाहर रखा था, ताकि इसमें कनक का भंडारण किया जा सके।
फिलहाल ये नहीं पता चला है कि बुजुर्ग महिला को मौत के घाट उतारने के बाद हाथी का व्यवहार क्या है। इसी बीच नाहन वन मंडल के डीएफओ ने रविवार देर दोपहर घटनास्थल का जायजा लिया। डीएफओ ने परिजनों को बताया कि मैन्युअल के मुताबिक 4 लाख की मुआवजा राशि जारी की जाएगी। इसमें एक लाख की राशि अगले दो दिन में जारी कर दी जाएगी।