नाहन, 29 अप्रैल : हिमाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार कालाअंब में हाईवे किनारे एक जख्मी गाय दर्द से कराह रही है। जख्मी होने के दो कारण सामने आए हैं। एक के मुताबिक गाय को अज्ञात वाहन ने चपेट में ले लिया। दूसरी राय के मुताबिक बैलों की खूंखार लड़ाई के दौरान गाय जख्मी हुई है।

स्थानीय युवकों ने पशुपालन विभाग के साथ मिलकर गाय की मरहम पट्टी तो कर दी है, लेकिन गुजरने वाले गाय के दर्द को देखकर दुखी हो रहे हैं। बड़ा सवाल ये उठता है कि कालाअंब पंचायत में आर्थिक संसाधनों की कमी नहीं है। इसके अलावा चंद मीटर के फासले पर सैंकड़ों उद्योग स्थापित हैं। ऐसे में गाय को सही ठिकाने पर पहुंचा कर उपचार क्यों नहीं उपलब्ध करवाया जाता।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क को लगातार कालाअंब से फोन आ रहे हैं। युवकों की मानें तो ग्राम पंचायत सचिव को भी अवगत करवाया गया, लेकिन सचिव ने पल्ला झाड़ लिया। उल्लेखनीय है कि कालाअंब से तकरीबन 12-13 किलोमीटर के फासले पर मां बाला सुंदरी गऊशाला भी है। प्रश्न ये पैदा होता है कि गौवंश की आड़ में राजनीति करने वाले कट्टर संगठन क्यों घटनास्थल पर पहुंच कर क्यों नहीं गाय की तिमारदारी का जिम्मा उठा रहे।
कालाअंब के गौरव व सौरव इत्यादि ने बताया कि गाय की टांग का पलस्तर करवाया गया है, लेकिन ऐसे ही सड़क किनारे पड़ी रही तो दम तोड़ सकती है।