नाहन, 28 अप्रैल : सिरमौर में आईएएस सुमित खिमटा (IAS Sumit Khimta) ने शुक्रवार शाम 45वें उपायुक्त के तौर पर कार्यभार संभाल लिया है। 2006 में नाहन के एसडीएम के पद पर तैनाती मिली थी। तकरीबन अढ़ाई साल का कार्यकाल सराहनीय रहा था। अब तकरीबन 15 साल बाद सिरमौर के उपायुक्त बनकर लौटे हैं।

इससे पहले ट्राइबल जनपद लाहौल-स्पीति में लगभग साढ़े 9 महीने बतौर उपायुक्त तैनात थे। मूलतः शिमला जनपद के जुब्बल इलाके के मंढोल के रहने वाले सुमित खिमटा के पैतृक गांव के नजदीक ही गिरि नदी का उद्गम स्थल भी है। घुमारवीं में एसडीएम के पद पर तैनात रहने के बाद प्रारंभिक शिक्षा विभाग में निदेशक, स्वास्थ्य विभाग में विशेष सचिव व फूड सेफ्टी के निदेशक, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) में रजिस्ट्रार के अलावा भी कई अहम ओहदों पर सेवाएं दे चुके हैं। 2002 बैच के एचएएस अधिकारी का 2015 में आईएएस में इंडक्शन हुआ था।
चूंकि हेल्थ सेफ्टी एंड रेगुलेशन विभाग (Department of Health Safety and Regulation) के निदेशक पद पर रहने का खासा तजुर्बा है, लिहाजा खाद्य पदार्थों की सुरक्षा को भी प्राथमिकता में शामिल किया है। पदभार संभालने के बाद मीडिया से मुखातिब नवनियुक्त उपायुक्त सुमित खिमटा ने कहा कि सरकार हैलीपोर्ट के निर्माण पर जोर दे रही है। इसके अलावा चार्जिंग स्टेशन भी सरकार की प्राथमिकता में हैं। हरेक जिला में राजीव गांधी माॅडल स्कूल भी खोल रही है। इन तीन बिंदुओं को प्राथमिकता में शामिल किया है।
उपायुक्त ने कहा कि राजस्व विभाग में लंबित तकसीम व निशानदेही इत्यादि कार्य विलंब ही पूरे होंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास को भी तवज्जो देंगे। उपायुक्त ने कहा कि लाहौल-स्पीति में सेवारत रहने के दौरान टूरिज्म के क्षेत्र में दो परियोजनाओं को मंजूरी दिलाई है। उपायुक्त ने कहा कि वो चाहते हैं कि सिरमौर भी पर्यटन के अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर चमके। एक साल के भीतर इसके परिणाम लाने की कोशिश की जाएगी। पर्यटन की दृष्टि से सिरमौर के विकास को लेकर मीडिया से भी उपायुक्त ने फीडबैक का आग्रह किया।
इस दौरान उपायुक्त को अवगत करवाया गया कि वाइल्ड लाइफ को आकर्षण का केंद्र बिंदू बनाया जा सकता है। इसके अलावा सराहां, हरिपुरधार, नौहराधार, राजगढ़, चांदपुरधार, शिलाई इत्यादि क्षेत्रों में भी टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं।
उपायुक्त ने कहा कि नाहन में बतौर एसडीएम करीब अढ़ाई साल का कार्यकाल रहा था। सिरमौर की भौगोलिक परिस्थितियों से बखूबी वाकिफ हैं। उनका कहना था कि वो आज ही पदभार संभालने पहुंचे थे। नाहन पहुंचते ही ऐसा महसूस नहीं हुआ कि नए इलाके में आए हैं, अपनापन महसूस हुआ। सरकार ने उपायुक्त के तौर पर सिरमौर की बागडोर सौंपी है, इसकी कसौटी पर खरा उतरने की हर संभव कोशिश करेंगे। पत्रकारवार्ता में एसी टू डीसी विवेक शर्मा भी मौजूद रहे।