मंडी, 25 अप्रैल : पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में हुए बदलाव के कारण हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी व निचले इलाकों में झमाझम बारिश का दौर जारी है। मंगलवार को दोपहर बाद मंडी जिला में भी रिमझिम बारिश देखने को मिली। जिला के कुछ क्षेत्रों में हुई जोरदार बारिश से कई जगह जलभराव भी हो गया।
ऐसा ही नजारा मंडी शहर के साथ लगते चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे पर सौली खड्ड में आरटीओ ऑफिस के समीप देखने को मिला। यहां एनएच पर सही ढंग से निकासी नाली ना होने के कारण सड़क पर पानी भर गया और सड़क तालाब में तब्दील हो गई। सड़क पर जलभराव होने के कारण कुछ देर के लिए वाहन चालकों की रफ्तार धीमी हो गई, जिससे यहां पर जाम की स्थिति भी पैदा हो गई। सड़क के दूसरे छोर पर जहां जलभराव कम था, वाहन चालकों ने वहां से सुरक्षित अपने-अपने वाहनों को निकाला।
बता दें कि यहां पर पानी की निकासी नाली सही ढंग से ना होने के कारण जरा सी बारिश में भी यहां पर पानी का जलभराव हो जाता है। जिस कारण यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों व राहगीरों को परेशानियां झेलनी पड़ती है। बरसात से पहले यदि लोक निर्माण विभाग द्वारा यहां पर उचित कदम नहीं उठाए जाते हैं तो आने वाले समय में यह समस्या गंभीर हो सकती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि लोक निर्माण विभाग द्वारा यहां पर निकासी नाली बनाई जा रही है। लेकिन पिछले 2 सालों से अभी तक यहां पर ठेकेदार द्वारा 25 से 30 प्रतिशत ही कार्य किया गया है। उन्होंने बरसात से पहले इस कार्य को पूरा करने की गुहार लगाई है। वहीं, उधर बस स्टैंड के समीप निकासी नाली बंद होने से बारिश का सारा पानी सड़क पर बहने लगा। जिससे ना केवल वाहन चालकों को परेशान होना पड़ा बल्कि राहगीरों को भी बच बचाकर चलना पड़ा। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने विभाग पर भी कई सवाल उठाए हैं।
मंद गति से चला हुआ है निकासी नाली का कार्य
वहीं, इस बारे में वार्ड नंबर 4 पार्षद राजेंद्र मोहन ने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा यहां पर निकासी नाली तो बनाई जा रही है लेकिन इसका कार्य बहुत ही मंद गति से चला हुआ है। उन्होंने बताया कि यहां पर करीब 120 मीटर निकासी नाली का निर्माण होना है। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से निकासी नाली के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाएगा और बरसात से पहले इस कार्य को पूरा करवाया जाएगा।