मंडी, 24 अप्रैल: 2019 बैच की यंग आईएएस से सरकार ने पूछा कि क्या आप पांगी में सेवाएं देना चाहती हो तो युवा आईएएस ने तुरंत हामी भर दी। इसके बाद सोमवार को एसडीएम (सदर) आईएएस रितिका जिंदल को एसडीएम के पद से रेजिडेंट कमिश्नर के पद पर चंबा के दुर्गम क्षेत्र पांगी तब्दील कर दिया गया। ये रिमोट इलाका सर्दियों 6 महीनों तक शेष विश्व से कटा रहता है।
विशेष बातचीत के दौरान IAS रितिका जिंदल ने बताया कि तबादला आदेशों से पहले सरकार कुछ स्थानों की ऑपशन मांगती है। मुझ से पांगी में सेवाएं देने के लिए पूछा गया तो मैंने इसके लिए तुरंत हामी भर दी। उनका कहना था कि लोक सेवकों को जनहित में सरकार के आदेश के आदेश की पालना करनी चाहिए। उनका कहना था कि मुझे इस बात की खुशी है कि मंडी में बतौर एसडीएम पब्लिक से बहुत ज्यादा प्यार और सहयोग मिला। अब ट्राईबल क्षेत्रों की समस्याओं को करीब से समझने और समाधान का मौका मिला है।

पंजाब की रहने वाली है रितिका जिंदल
2019 बैच की यंग आईएएस अधिकारी रितिका जिंदल पंजाब के मोगा के रहने वाली हैं। मात्र 22 वर्ष की आयु में रितिका आईएएस बन गई थी। जब रितिका आईएएस की तैयारी कर रही थी तो उस वक्त उनके पिता का स्वास्थ्य ठीक नहीं था।रितिका के पिता कैंसर से जूझ रहे थे। रितिका ने विपरीत परिस्थितियों से जूझते हुए आईएएस की तैयारी की और इस परीक्षा को उत्तीर्ण करके दिखाया। UPSC की परीक्षा में 88 वां रैंक लेकर परिवार सहित पैतृक प्रदेश पंजाब को गौरवान्वित किया था। एक इंटरव्यू के दौरान अपनी सफलता के बारे में युवाओं को प्रेरणा देते हुए रितिका कहती हैं कि कहती हैं कि जब हम असफल होते हैं तो हमारे पास दो विकल्प होते हैं कि या तो फेल होने का दुख मनाएं या फिर दोबारा उठ खड़े हों और दोगुनी मेहनत से आगे बढ़ें। ल होना नॉर्मल है, इसे एक लर्निंग के तौर पर लें, रोकर इस पर समय न बर्बाद करें।