सराहां, 23 अप्रैल : सिरमौर के सराहां उपमंडल की नैनाटिक्कर पंचायत में तकरीबन 10 से 12 फुट लंबा इंडियन रैट स्नेक (Indian Rat Snake) की पेड़ पर देखा गया है। इससे जुड़ा वीडियो भी सामने आया है। हालांकि सांप की इस प्रजाति की विशेषता पेड़ पर चढ़ने की होती है, साथ ही ये दुनिया में सबसे तेज रेंगने वाला सांप भी होता है। सांप की ये प्रजाति विषैली नहीं होती है। वैसे तो इसे चूहा सांप (धामन) कहा जाता है, लेकिन मेंढक व पक्षियों को भी अपना शिकार बनाता है।
पुख्ता तौर पर तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन स्थानीय ग्रामीणों की माने तो कुत्तों के पीछे पड़ जाने के बाद ही सांप तेजी से पेड़ पर चढ़ गया। ग्रामीणों कहना था कि कुत्तो के भौंकने के बाद सांप पेड़ पर चढ़ गया था। बता दे कि ये घटना शनिवार की है।

सोशल मीडिया में इसे पाइथन बताया जा रहा था, लेकिन असल में ये “इंडियन रैट स्नेक” पजाति का सांप था। एमबीएम न्यूज नेटवर्क को भी वीडियो मिला इसके बाद वीडियो सांप विशेषज्ञों को भेजा गया, इसके बाद खुलासा हुआ कि ये प्रजाति इंडियन रैट स्नेक है।
सिरमौर में दुनिया का सबसे तेज रेंगने वाला Rat Snake, पेड़ के शीर्ष पर दीदार
विशेषज्ञों का कहना है कि इंडियन स्नेक आम तौर पर दिख जाता है, लेकिन इससे इंसानों को खतरा नहीं होता। अज्ञानता में डर की वजह से सांप की ऐसी प्रजातियों को भी मौत के घाट उतार दिया जाता है, जो विषैली नहीं होती है। बता दें कि सिरमौर में सांप की दुर्लभ प्रजातियों की भी हाल के सालों में साईट हुई है। पहाड़ी प्रदेश में सबूतों सहित किंग कोबरा की साइटिंग नाहन विधानसभा क्षेत्र के कोलर के नजदीक हुई थी।
सांप की प्रजातियां पर शोध कर रहे चंबा के राकेश्वर कपूर ने एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में कहा कि इंडियन रैट स्नेक ( Ptyas mucosa) इंसानों के लिए खतरा नहीं है। हालांकि इसकी लंबाई देखकर डर जरूर पैदा हो जाता है।
कपूर का कहना था कि इंडियन रैट स्नेक आसानी से पेड़ पर चढ़ जाता है। कपूर ने कहा कि सांप की प्रजातियों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। उधर, बजगा पंचायत के पूर्व प्रधान देशराज ठाकुर ने कहा कि सांप अचानक ही तेजी से पेड़ पर चढ़ गया क्योंकि अवारा कुत्ते उसके पीछे पड़े हुए थे।