नाहन, 23 अप्रैल : ऐतिहासिक शहर के चौगान मैदान में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व सिख नौजवान सेवक जत्था द्वारा जोड़ मेले का आयोजन किया जा रहा है। यह मेला 25 अप्रैल से 4 मई तक चलेगा। मेले का शुभारंभ स्थानीय विधायक अजय सोलंकी करेंगे।

मेले का इतिहास
सिख धर्म के 10वें गुरु गोविंद सिंह महाराज ने नाहन में अपने जीवन के लगभग 8 महीने बिताए है। 30 अप्रैल 1685 ई. को तत्कालीन राजा मेदनी प्रकाश के निवेदन पर रियासत सिरमौर के विवाद को सुलझाने नाहन आए थे। गुरु गोविन्द सिंह जी की निशानियां आज भी गुरुद्वारा साहिब नाहन में मौजूद है। इसी क्रम में हर वर्ष गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व सिख नौजवान सेवक जत्था नाहन द्वारा इस पर्व को जोड़ मेले के रूप में मनाया जाता है।
कार्यक्रम
नाहन चौगान मैदान में व्यापारियों ने अपने झूले, स्टॉल लगाने शुरू कर दिए है। 25 अप्रैल को टोका साहिब से शाम 4 बजे नगर कीर्तन नाहन पहुंचेंगा। 26 अप्रैल को रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। 27 अप्रैल को दस्तार मुकाबले व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। 30 अप्रैल को गुरुद्वारा साहिब में 11 बजे से कीर्तन समागम होगा, जिसके बाद लंगर का आयोजन होगा। वहीं 1 मई को सांय 7 बजे से रात 10 बजे तक कीर्तन समागम का आयोजन किया जाएगा। 4 मई को जोड़ मेले के समापन पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा।
इस बार सिख नौजवान सेवक जत्था ने जो बीड़ा उठाया है, उसकी प्रशंसा की लाजमी है। चौगान मैदान की खिलाडियों के लिए प्राथमिकता है। लेकिन नाहन शहर में चौगान के आलावा कोई भी ऐसा विकल्प नहीं है जहां शहरवासियों के लिए मनोरंजन व अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। आयोजित होने वाले मेलों के बाद ग्राउंड की हालत दयनीय हो जाती है। जिसके लिए मेले के बाद पहले सिख नौजवानों द्वारा मैदान को समतल किया जाएगा व खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। ताकि मैदान को खेलने योग्य बनाया जा सके।