पांवटा साहिब, 20 अप्रैल : वीरवार कोभारतीय प्रबंध संस्थान सिरमौर का 7वां वार्षिक दीक्षांत समारोह पांवटा साहिब में संस्थान के परिसर में आयोजित हुआ। समारोह की सबसे खास बात यह रही कि छात्रों को परम्परागत गाउन व हेट की बजाय हिमाचली टोपी व मफलर की वेशभूषा में डिग्रियां प्रदान की गई। शायद आईआईएम के इतिहास में ये पहला मौका है कि संस्थान के डायरेक्टर की पहल पर छात्रों को स्थानीय वेशभूषा में डिग्रियां दी गई।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नैना लाल किदवई के समारोह में अपरिहार्य कारणों से नहीं पहुंच पाई। जिसके बाद उन्होंने छात्रों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने छात्रों व आईआईएम के स्टाफ से न पहुंच पाने से क्षमा याचना भी की।
संस्थान के रोहित दाधीच ने एमबीए के लिए चेयरमैन का स्वर्ण पदक प्राप्त किया। देबाहुति देव को निदेशक पदक से सम्मानित किया गया। गौरव सोनवणे को सर्वश्रेष्ठ आल राउंड प्रदर्शन के लिए पुरस्कार मिला, जबकि राहुल रंजन और छवि बंसल को क्रमशः वित्त और विपणन क्षेत्रों में दक्षता के लिए पुरस्कार मिला। पर्यटन और आतिथ्य कार्यक्रम में एमबीए के लिए, आकांक्षा गुप्ता को सर्वश्रेष्ठ अकादमिक प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक मिला और मृगेंद्र सिंह बैस को कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ सर्वांगीण प्रदर्शन के लिए विशेष मान्यता पुरस्कार प्रदान किया गया।

इस समारोह में अजय एस. श्रीराम, अध्यक्ष, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, आईआईएम सिरमौर, और अध्यक्ष और वरिष्ठ प्रबंध निदेशक, डीसीएम श्रीराम उपस्थित थे, और उन्होंने स्नातक करने वाले छात्रों को एमबीए की डिग्री प्रदान की। 248 छात्रों को मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) और 50 छात्रों को मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन ऑन टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट (एमबीए टी एंड एचएम) से सम्मानित किया गया। स्नातक करने वाले छात्रों में 87 छात्राएं हैं। प्रोफेसर प्रफुल्ल वाई. अग्निहोत्री, निदेशक, आईआईएम सिरमौर ने इस अवसर पर निदेशक की रिपोर्ट प्रस्तुत की।
इस समारोह में अजय एस. श्रीराम, अध्यक्ष, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, आईआईएम सिरमौर, और अध्यक्ष और वरिष्ठ प्रबंध निदेशक, डीसीएम श्रीराम लिमिटेड उपस्थित थे, और उन्होंने स्नातक करने वाले छात्रों को एमबीए की डिग्री प्रदान की। इस अवसर पर स्नातक छात्र-छात्राओं के परिजनों के अलावा आईपीएस अधिकारी शुभ्रा तिवारी भी उपस्थित रही।