नाहन, 19 अप्रैल : जिला में 20 अप्रैल से 4 जून तक पशुओं में बीमारियों की रोकथाम के लिए विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में पशुओं को मुंह और खुर सम्बन्धी बीमारियों के टीके लगाए जाएंगे। यह बात उपायुक्त आरके गौतम ने पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षताके दौरान कही। उन्होंने जिला के सभी पशुपालकों से आग्रह किया कि सभी पशुपालक, संबंधित क्षेत्र में कार्यरत पशुपालन संस्थान में जाकर अपने पशुओं का निशुल्क टीकाकरण करवाएं। पशुओं के टीकाकरण के लिए जिला में वर्तमान में 1.15 लाख खुराक उपलब्ध है।
आरके गौतम ने शहर में निराश्रित पशुओं की समस्या से निपटने के लिए पशुपालन विभाग नगर परिषद व पुलिस विभाग को सांझा रूप से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा। टैग लगे हुए पशु यदि निराश्रित घुमते हुए शहर में पाए गए तो उनका चालान किया जाए। इसी प्रकार बिना टैग वाले निराश्रित पशुओं को अगले कुछ दिनों के भीतर काऊ सेंचुरी कोटला बड़ोग में शिफ्ट किया जाए।

जिला में वर्तमान में टैग लगे हुए पशुओं की संख्या करीब 2.50 लाख है। टैग के यूनिक नम्बर को पोर्टल पर डालते ही पशु और उसके मालिक का संपूर्ण डाटा एक क्लिक पर देखा जा सकता है। टैग लगे हुए पशु यदि निराश्रित घुमते हुए पाए जाते हैं तो इसकी सूचना पशुपालन विभाग व सम्बन्धित एसडीएम एवं पंचायत को दी जा सकती है।
पशु पालकों की आर्थिक दशा को सुदृढ़ करने व दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय कृत्रिम बीजारोपण कार्यक्रम (एन.ए.आई.पी.) के माध्यम से गौ-वंश में कृत्रिम बीजारोपण का टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इस कृत्रिम बीजारोपण टीकाकरण से गोवंश में बछिया पैदा होती है। इस टीकाकरण की सफलता दर 80 से 90 प्रतिशत है। यह टीका अनुदान दरों पर केवल 125 रुपये में विभाग के पास उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि पशु पालकों को इस योजना का लाभ उठाना चाहिए और समय पर अपने गोवंश में कृत्रिम बीजारोपण का टीकाकरण करवाना चाहिए।
उपायुक्त ने जिला की 259 पंचायतों में पशुओं की टैगिंग और राष्ट्रीय कृत्रिम बीजारोपण कार्यक्रम (एन..ए.आई.पी.) की जानकारी के लिए सूचना बोर्ड लगाने के निर्देश भी दिए।
बैठक में गौ-शाला नाहन के लिए भूसे की खरीद की दरों को अनुमोदित किया गया। गौशाला की जरूरी मरम्मत, पानी की आपूर्ति तथा गौ-शाला के समीप स्थित नगर पालिका के डंपिंग क्षेत्र को कवर करने का निर्णय भी लिया गया है।
उपनिदेशक पशुपालन डॉ. नीरू शबनम ने बैठक का संचालन करते हुए विभागीय जानकारी उपलब्ध करवाई।