मंडी, 16 अप्रैल : हिमाचल प्रदेश लाइब्रेरियन्ज़ एसोसिएशन ने राज्य सरकार से मांग उठाई है कि कॉलेजों में लाईब्रेरियन के पदों पर होने जा रही सीधी भर्ती से पहले इन पदों को प्रमोशन के माध्यम से भरा जाए। प्रदेश भर में तैनात असिस्टेंट लाईब्रेरियन वर्षों से प्रमोशन का इंतजार कर रहे हैं। इन्हें यूजीसी स्केल भी दिया जा चुका है। ऐसे में जो लोग पात्रता रखते हैं, उन्हें प्रमोशन देकर कॉलेज लाईब्रेरियन के पदों को भरा जाए।
यह मांग रविवार को मंडी में आयोजिप पत्रकार वार्ता में हिमाचल प्रदेश लाइब्रेरियन्ज़ एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष भगत गुलेरिया ने उठाई। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 2 स्टेट लाइब्रेरी, 11 जिला, 13 तहसील और 140 कालेज लाइब्रेरी हैं। इसके अलावा 2800 स्कूलों में भी लाइब्रेरी चल रही हैं। 140 कॉलेज में लाइब्रेरियन के 18 पद ही भरे हुए हैं, जबकि बाकी जगहों पर असिस्टेंट लाइब्रेरियन ही यह काम देख रहे हैं। इन्हें यूजीसी स्केल दिया जा चुका है, लेकिन पदनाम नहीं बदला गया है। वहीं दूसरी तरफ सरकार सीधी भर्ती के माध्यम से रिक्त पदों को भरने जा रही है। ऐसे में सरकार पहले प्रमोशन देकर रिक्त पदों को भरे। जो पात्रता रखते हैं उन्हें पूर्व की भांति यह प्रमोशन दी जाए।
भगत गुलेरिया ने बताया कि 2010 के बाद से प्रदेश में असिस्टेंट लाइब्रेरियन के पदों पर कोई भर्ती नहीं हुई है। 20 से 25 हजार लोग इसका कोर्स करके नौकरी के इंतजार में बैठे हुए हैं। वहीं, दूसरी तरफ सरकार ने लाइब्रेरियन के कैडर को डाईंग कैडर डिक्लेयर कर दिया है और अब इसे जेओए लाइब्रेरी पदनाम दिया गया है। एसोसिएशन इसका विरोध करती है और सरकार पुराने पदनाम को बहाल करके नियुक्तियां देने का कार्य तुरंत प्रभाव से शुरू करे।