शिमला, 14 अप्रैल : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्पीति घाटी के अपने पहले प्रयास के दौरान घाटी के रंग में रंगे नजर आए। भाषण की शुरुआत उन्होंने ‘जूले’ कहकर की, जिसका हिंदी में अर्थ है नमस्ते। जूले कहते ही स्थानीय लोगों ने जोरदार तालियां बजाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद स्थानीय निवासियों ने पारंपरिक परिधान छूबा पहनाकर उनका स्वागत भी किया।
मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर को भी स्पीति वासियों ने पारंपरिक परिधान पहनाया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थानीय संस्कृति पर आधारित कार्यक्रमों में गहरी रुचि दिखाई और कलाकारों की खुले मन से प्रशंसा की। उन्होंने कलाकारों को सम्मानित किया और सभी स्पीति वासियों को अपनी प्राचीन एवं अनूठी संस्कृति के संरक्षण के लिए बधाई भी दी।

छात्रा के आग्रह पर स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री
‘सुख की सरकार’ का मानवीय चेहरा एक बार पुनः देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू एक छात्रा के आग्रह पर उसके स्कूल की हालत देखने पहुंच गए।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गुलिंग में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा तेंजिन छोडन कुंगरी गोम्पा में मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची और कहा कि उनके स्कूल की हालत ठीक नहीं है। बच्ची ने मुख्यमंत्री से स्कूल भवन का निरीक्षण करने का अनुरोध किया, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्कूल देखने जरूर आएंगे। इस दौरान बच्चों से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राजकीय शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए कई नई पहल कर रही है। इसी दिशा में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चरणबद्ध ढंग से राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है, जहां विद्यार्थियों को गुणवत्ता शिक्षा के साथ ही उनके सर्वांगीण विकास के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
स्पीति घाटी तक होगा 4जी सेवाओं का विस्तार
सुप्रसिद्ध कुंगरी एवं ढंखर गोम्पा में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय क्षेत्रों की कठिनाइयों से भली भांति परिचित है और उनके दैनिक जीवन को सरल एवं सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि स्पीति घाटी तक 4जी सेवाओं का विस्तार कर इससे आर्थिकी को मजबूत करने की दिशा में कार्य किया जाएगा
कुंगरी मोनेस्ट्री के लिए 50 लाख रुपये की घोषणा
इस अवसर पर आयोजित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति को संजोए रखने का कार्य स्पीति घाटी के लोगों ने बखूबी किया है। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए 50 हजार रुपये देने की घोषणा भी की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर, पूर्व मंत्री फुन्चोग रॉय, पूर्व विधायक रघुवीर सिंह, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, उपायुक्त सुमित खिमटा, पुलिस अधीक्षक काजा, अभिषेक वर्मा, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ज्ञाल्सन ठाकुर, शशि किरण, राम सिंह, कुंगा बौद्ध तथा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।