नाहन, 31 मार्च : दुनिया भर की बहुुराष्ट्रीय कंपनियों (multinational companies) में सर्वोच्च पदों पर सेवाएं देने वाले रिटायर्ड मेजर अतुल मेहता ने पैतृक इलाके में कुदरत के खजाने से ही स्वास्थ्यवर्द्धक प्रोडक्ट तैयार किया है। पच्छाद विकास खंड के ‘डिलमन’ में पॉल्यूशन न्यूट्रलाइजर सिप (pollution neutralizer sip) तैयार किया है।

सिप को सामान्य व गर्म पानी के अलावा दैनिक डिंक्स में डालकर इस्तेमाल किया जा सकता है। केवल कार्बोनेटेड ड्रिंक्स में इस्तेमाल से इंकार है। रिटायर्ड मेजर अतुल मेहता ने कहा कि सिप के साथ शिटाके मशरूम (shiitake mushrooms) का भी पैक दिया जा रहा है। इसका इस्तेमाल भी गुणकारी है।
सिप को चीड़ के पेड़ की नीडल्स से तैयार किया गया है। रोचक बात ये भी है कि प्रोडक्ट की पैकिंग को भी आकर्षक रूप दिया गया है। चीड़ की लकड़ी से ही आकर्षक पैक बनाया गया है। फिलहाल, कालका-शिमला हाईवे पर ‘डिलमन डेलिकेसिस’ (Dilman Delicacies) प्रोडक्ट को ग्राहकों के लिए उपलब्ध करवाया गया है।
शुक्रवार को सिरमौर प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सेवानिवृत मेजर अतुल मेहता ने कहा कि वो सेना से रिटायर होने के बाद दुनिया भर की नामी कंपनियों में सर्वोच्च पदों पर रहे। आखिर में अपनी पैतृक भूमि की खुशबू वापस ले आई। उन्होंने कहा कि कुदरत ने मैदानी इलाकों को नीम दिया है। इसी तरह पहाड़ों को चीड़ की सौगात दी, लेकिन हम चीड़ के प्लांट में मौजूद गुणों का दोहन नहीं कर पाए।
पेड़ की नीडल्स को एक खास तरह के प्रसंस्करण के बाद सिप के रूप में लेकर आए हैं। रेडी टू यूज प्रोडक्ट को मार्किट में लाॅन्च कर दिया गया है। इसके साथ शिटाका मशरूम भी दी जा रही है।
मेजर ने कहा कि पाइन नीडल्स के गुणों की एक लंबी फेहरिस्त है। इस्तेमाल से पहले आप इसे जान भी सकते हैं। उनका कहना था कि ये कुदरती एनर्जी ड्रिंक भी हैै। एक बंच को ड्रिंक में डालकर इस्तेमाल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि प्रोडक्ट को पेटेंट भी करवाया गया है। बाकायदा एमओयू (MoU) साइन होने के बाद रिसर्च की गई। रिसर्च में सफलता मिलने के बाद डिलमन में ही यूनिट लगाई गई है। फिलहाल 17 लोगों को रोजगार दिया गया है।
रिटायर्ड मेजर ने कहा कि उत्पाद को तैयार करने में हर कदम पर प्रशासन व सरकार की मदद हासिल हो रही है। उनका ये भी तर्क था कि चीड़ के पेड़ों में मौजूद गुणकारी तत्वों का दोहन सही तरीके से किया जाए तो इसकी इकोनोमी एक हजार करोड़ भी पार कर सकती है।
मेजर मेहता का ये भी कहना था कि जल्द ही राज्य में हेल्दी पानी भी उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके दाम मार्केट में उपलब्ध मिनरल वाटर से कम रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में डायरिया की आशंका कई बार रहती है। प्रयास किया जा रहा है कि स्वच्छ पेयजल बाॅटल में उपलब्ध करवाया जाए। इसमें भी चीड़ के पेड़ के गुणों का इस्तेमाल किया जाएगा।
बता दें कि सेवानिवृत मेजर अतुल मेहता पच्छाद विकास खंड के डिलमन इलाके के ही मूल निवासी हैं।
उधर, पत्रकारों से बातचीत में डिलमन डेलिकेरिज की महाप्रबंधक फरजाना बानो ने बताया कि ये एक दवा नहीं है, बल्कि बाॅडी को संतुलित रखने का प्रोडक्ट है। पाइन नीडल्स के हालांकि कई फायदे हैं, लेकिन फेफड़ों को तंदरुस्त (healthy lungs) रखने में सहायक है।