शिमला, 29 मार्च : हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग को कंप्यूटर सोसायटी ऑफ़ इंडिया (HPPSC-ICL) ने परियोजना श्रेणी में 20वें एसआईजी ई-गवर्नेस अवार्ड (20th SIG e-Governance Award) से नवाजा है। आयोग ने एनआईसी (NIC) के सहयोग से राज्य में आईसीटी प्रोजैक्ट के तहत पीएसएससी (PSSC) साॅफ्टवेयर को सफलतापूर्वक विकसित व क्रियान्वित किया है। इसके तहत उम्मीदवारों को आवेदन में अनुकूल सुविधाएं हासिल होती हैं। इसी में ‘वन टाइम रजिस्टे्रशन’ (One Time Registration’) की सुविधा भी शामिल हैं।

इसमें आवेदनकर्ता उम्मीदवारों को आयोग के पोर्टल पर केवल एक बार प्रोफाइल बनाना होता है। समय-समय पर प्रोफाइल अपडेट किया जा सकता है। पदों का विज्ञापन जारी होते ही ओटीआर (One Time Registration) में पंजीकृत होने के बाद उम्मीदवार आसानी से आवेदन कर सकते हैं। बार-बार आवेदन में उम्मीदवारों का न केवल समय बचता है, बल्कि अंतिम तारीख के नजदीक पोर्टल पर ट्रैफिक दबाव से भी बचा जा सकता है।
उम्मीदवार के डैशबोर्ड पर भुगतान किए गए शुल्क, आवेदन प्रवेश पत्र, साक्षात्कार काॅल पत्र व परिणाम की स्थिति को भी ट्रैक किया जा सकता है। आयोग व उम्मीदवारों के बीच ओटीआर (OTR) से एक सीधा कनेक्ट होता है।
गौरतलब है कि आयोग ने प्रस्तावित तृतीय श्रेणी के पदों की भर्तियों को लेकर भी वन टाइम रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध करवा दी है। सरकार ने हाल ही में कर्मचारी चयन आयोग की भर्तियां भी लोक सेवा आयोग द्वारा करवाए जाने का फैसला लिया था। लोक सेवा आयोग ने सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी के उम्मीदवारों से वन-टाइम रजिस्ट्रेशन करवाने का सुझाव भी दिया था।
आयोग के अध्यक्ष रामेश्वर ठाकुर ने कहा कि उम्मीदवारों को हरेक जानकारी सॉफ्टवेयर के माध्यम से भेजी जाती है। उन्होंने कहा कि सॉफ्टवेयर से भर्ती प्रसंस्करण में समय की भी बचत हुई है। साथ ही पारदर्शिता व कागज रहित व्यवस्था भी बनी है। उन्होंने कहा कि ई-गवर्नेंस अवार्ड के लिए आयोग के तमाम कर्मचारी व अधिकारी बधाई के पात्र हैं।