शिमला, 28 मार्च : केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल युवा मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के नेतृत्व में हिमाचल के सांसदों किशन कपूर, सुरेश कश्यप, इंदू गोस्वामी, सिकंदर कुमार व पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर नये प्रोजेक्टों की जल्द मंजूरी की मांग की है। जिसमें 900 करोड़ की लागत से लठियाणी-मंदली ब्रिज की मांग प्रमुखता से की व सड़कों के रूप में पुरानी सभी सौग़ातों के लिए उनका आभार प्रकट किया।

अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा सीमित रेल और हवाई कनेक्टिविटी वाले हमारे पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के लिए सड़कें जीवन रेखा का काम करती हैं। औद्योगिक व विकास की अन्य परियोजनाओं को गति देने, पर्यटन व राज्य के राजस्व को बढ़ाने के लिए सड़क सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है।
इसी के दृष्टिगत अनुराग ठाकुर ने शिमला से सांसद सुरेश कश्यप, कांगड़ा-चंबा से सांसद किशन कपूर, राज्यसभा सांसद इंदू गोस्वामी, डॉ. सिकंदर कुमार व पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर के साथ केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर नये प्रोजेक्टों की जल्द मंजूरी की मांग उनके सामने रखी। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हमारी मांगों को गंभीरता से सुना व हिमाचल के हित में इस दिशा में सकारात्मक निर्णय लेने का हमें आश्वासन दिया है।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि “मेरे संसदीय क्षेत्र के कुटलैहड़ विधानसभा में एनएच 503 ए पर 36/0 किलोमीटर से लेकर 42/0 पर बिहड़ू से लठियाणी के बीच में बनने वाले मिसिंग लिंक व गोविंद सागर झील पर लठियाणी-मंदली ब्रिज लागत लगभग 900 करोड़ के निर्माण की मंजूरी, ज़िला काँगड़ा में 0/0 से 15/600 रक्कड़-चपलाह-अपर भरोली-टिक्कर-शांतला रोड पर सुधार कार्यों के लिए 12.91 करोड़ रुपये की मंजूरी के लिए अनुरोध किया।
साथ ही साथ मतौर-हमीरपुर शिमला के लिए फोरलेन हाईवे की मांग, पठानकोट-मंडी हाईवे जिसे परौर तक फोरलेन किया जा रहा, उसे पूरा मंडी तक फोरलेन करने की मांग व नाहन बाईपास की मांग की। जहां इन सड़कों की मंजूरी से यातायात की सुविधा मिलेगी। वहीं दूसरी तरफ़ किसानों, फौजियों, पर्यटकों को इसका लाभ मिलेगा।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश को सदैव अपना दूसरा घर माना है और हिमाचल को सौग़ातें देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पूर्व में भी मोदी सरकार ने किरतपुर-नेरचौक हाईवे, परवाणू- शिमला हाईवे, धर्मशाला-मटौर-शिमला हाईवे, मुकेरियां- पठानकोट, जीरकपुर-परवाणु, तकरोली-कुल्लू , परवाणु- सोलन-शिमला जैसी परियोजनाएँ देकर हिमाचल में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने का कार्य किया है। आगे भी प्रदेश के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।