शिमला, 22 मार्च : भंग हो चुके हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (HPSSC) में भर्तियों के दौरान बरती गई कथित अनियमितताओं को लेकर स्टेट विजिलेंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो (HP State Vigilance & Anti Corruption Bureau) द्वारा परतें उधेड़े जा रही हैं। ताजा घटनाक्रम में भर्ती अनियमितताओं को लेकर जांच कर रही एसआईटी (SIT) को ट्रैफिक इंस्पेक्टर (Traffic Inspector) की भर्ती में गड़गड़ी के सबूत मिले हैं।
ट्रैफिक इंस्पेक्टर के 6 पदों की भर्ती पोस्ट कोड संख्या 819 (Post Code 819) के तहत की गई थी। भंग आयोग द्वारा इसको लेकर 21 सितंबर 2020 को विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। ट्रैफिक इंस्पेक्टर भर्ती में मिले सबूतों के आधार पर विजिलेंस ने हमीरपुुर थाना में ट्रैफिक इंस्पेक्टर की नियुक्तियों को लेकर भी आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है।

ट्रैफिक इंस्पेक्टर के 6 पदों के लिए आयोग को 35,053 आवेदन प्राप्त हुए थे। विजिलेंस के इस एक्शन के बाद उन 6 उम्मीदवारों के भविष्य पर भी तलवार लटक गई है, जिन्हें परीक्षा में सफल घोषित किया गया था। उल्लेखनीय है कि ड्राइंग मास्टर के 314 पदों की भर्ती में अनियमितताओं को लेकर विजिस द्वारा एक मार्च को मामला दर्ज किया गया था। लेकिन ड्राइंग मास्टर के पदों को लेकर अंतिम परिणाम जारी नहीं किया गया था।
ट्रैफिक इंस्पेक्टर के 6 पदों का अंतिम परिणाम जारी करने में आयोग को तकरीबन पौने दो साल का समय लगा था। फिलहाल, इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि कौन उम्मीदवार ट्रैफिक इंस्पेक्टर के पदों पर चयनित घोषित किए गए थे। अलबत्ता विजिलेंस ने ये जरूर साफ कर दिया है कि सबूत मिलने के बाद मामला दर्ज किया गया है।
विजिलेंस के मंडी जोन के पुलिस अधीक्षक राहुल नाथ ने कहा कि ट्रैफिक इंस्पेक्टर के 6 पदों की नियुक्तियों के मामले में अनियमितताओं को लेकर सबूत मिले हैं। हमीरपुर में मामला दर्ज किया गया है।