नाहन, 19 मार्च : रविवार की सुबह तकरीबन 10 बजे द ग्रेट खली (The Great Khali) ने पत्नी व बेटी सहित करनाल के समीप अपने ढाबे का सफर पैतृक गांव नैनीधार से शुरू किया। खली को वाया शिलाई न जाकर संगड़ाह रूट के सफर का सुझाव दिया गया। इसका कारण ये था कि शिलाई-पांवटा साहिब निर्माण कार्य के चलते दिक्कत आने की बात कही गई थी।
पहाड़ों में लगातार सफर करते-करते खली तो थके ही, साथ ही पत्नी हरमिंद्र कौर व 9 साल की बेटी अवलीन राणा भी बेहद थक गई थी। नाहन-कालाअंब (Nahan-Kalaamb) मार्ग पर आम्बवाला स्थित एक रेस्तरां में करीब डेढ़ घंटे ब्रेक लिया। एक प्लेट मैगी व चाय की प्याली से द ग्रेट खली ने थकान मिटाई। 9 साल की बेटी अवलीन कुछ देर में कंफर्टेबल हो गई। खास बात ये है कि पहाड़ों की ड्राइविंग खली की महिला पायलट बुलबुल ‘बाॅबी’ कर रही थी।
नैनीधार से खली को परिवार सहित आम्बवाला तक पहुंचने में करीब साढ़े 5 घंटे का वक्त लग गया। बता दें कि संगड़ाह से नैनीधार मार्ग सर्दियों में बर्फबारी के दौरान कई सप्ताह तक अवरुद्ध रहता है। आम्बवाला स्थित रेस्तरां से जैसे ही खली बाहर निकले, वैसे ही हाईवे से गुजर रहे वाहनों की ब्रेक लगनी शुरू हो गई। पलक झपकते ही प्रशंसक एक तस्वीर के लिए जुटने लगे।
खली की बेटी ने भी बेहद ही मासूमियत से पापा के प्रशंसकों का अभिवादन स्वीकार किया। बात करने पर अवलीन का कहना था कि वो अब चौथी कक्षा की स्टूडेंट हो गई है। मोबाइल में स्कूल से मिले एक वीडियो को मम्मी-पापा को दिखाकर खुश होती नजर आ रही थी।
रेसलिंग के पूर्व विश्व चैंपियन खली की पत्नी ने कहा कि गांव में कुछ धार्मिक क्रियाकलापों में हिस्सा लिया। उधर, खली की महिला पायलट बाॅबी ने कहा कि शिलाई होकर वो अक्सर नैनीधार जाती रही हैं, लेकिन इस बार रूट अलग था। सड़कों की हालत सुधरनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि बाॅबी ने भी महिला रेसलिंग में अपनी एक अलग पहचान बनाई है।