शिमला, 19 मार्च : हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (HPPSC) द्वारा सहायक प्रोफैसर (संगीत) के पदों से जुड़ी परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर जांच पूरी कर ली गई है। आयोग ने परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी कर इस बात पर मुहर लगा दी है कि जांच में कोई गड़बड़ी नहीं थी।
हाल ही में मीडिया के माध्यम से आयोग के संज्ञान में आया था कि परीक्षा केंद्र में गैरहाजिर रहने वाले अभ्यार्थी को पास घोषित कर दिया गया था। उसी का संज्ञान आयोग द्वारा लिया गया।
अंतिम परिणाम जारी करने से पहले आयोग ने 14 मार्च को सहायक प्रोफेसर (संगीत व गायन) की छंटनी परीक्षा के दस्तावेजों की विस्तृत जांच को लेकर विशेष बैठक भी बुलाई थी। इसमें पूरी तस्वीर साफ होने के बाद आयोग ने 18 मार्च को अंतिम परिणाम भी जारी कर दिया।
आयोग ने दावा किया है कि संस्था सदैव उम्मीदवारों की हितैषी रही है। उम्मीदवारों से भेदभाव करने की कोई गुंजाइश नहीं है। आयोग के अध्यक्ष रामेश्वर ठाकुर (commission chairman IPS Rameshwar Thakur) ने कहा कि आयोग की छवि हमेशा से साफ-सुथरी रही है। इसकी गिनती देश के चुनिंदा आयोगों में होेती है। अध्यक्ष ने उम्मीदवारों से भी अपील की कि भ्रांतियों से दूर रहेेें।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 2 मार्च को परीक्षा का परिणाम जारी किया था। 15 मार्च को लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों को साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया गया था।
जानकार बताते हैं कि साक्षात्कार से पहले आयोग ने हरेक पहलू से मामले की जांच को मुकम्मल किया। इसके बाद शेड्यूल के मुताबिक साक्षात्कार आयोजित किए गए। साक्षात्कार के चंद रोज के भीतर ही शनिवार को अंतिम परिणाम जारी कर दिया गया।
आयोग के चेयरमैन ने कहा कि आयोग की कार्यशैली के बारे में गलत भ्रांतियां फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं।