चंबा, 16 मार्च : उपायुक्त डीसी राणा ने कहा है कि जिला के विभिन्न उप मंडलों में पारंपरिक लोक गायन में विविधता जनपद की लोक कला एवं संस्कृति को समृद्ध बनाती है। डीसी राणा भाषा एवं संस्कृति विभाग के तत्वावधान में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चंबा में आयोजित जिला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में भाग लेते हुए बोल रहे थे।

प्रतियोगिता में 17 सांस्कृतिक दलों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में सांस्कृतिक दल सरस्वती कला संगम प्रथम स्थान, विकासशील युवक मंडल कीड़ी दूसरा स्थान और गद्दी सांस्कृतिक दल रूणू कोठी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसके साथ रितिका फोक ग्रुप चंबा व इंदरूनाग युवक मंडल सामरा को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
जिला भाषा अधिकारी ने कहा कि विभाग इस तरह के कार्यक्रम हर जिले में आयोजित करता है। विभाग का यह भी प्रयास रहता है कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करके कलाकारों को मंच प्रदान करने के साथ पारंपरिक लोक संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन भी किया जा सके। उन्होंने जिला स्तरीय प्रतियोगिता के सफल आयोजन में योगदान देने के लिए निर्णायक मंडल, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान प्रबंधन और सभी सांस्कृतिक दलों का आभार भी व्यक्त किया।
इस अवसर पर संग्रहालयाध्यक्ष भूरी सिंह नरिंदर कुमार, प्रधानाचार्य आईटीआई विपिन कुमार, मंच संचालक के रूप में केएस प्रेमी सहित बड़ी संख्या में सांस्कृतिक दलों के कलाकार उपस्थित रहे।
निर्णायक मंडल के रूप में जिला लोक संपर्क अधिकारी सुभाष कटोच, राजकीय महाविद्यालय चंबा के सहायक प्राध्यापक संगीत डॉ. संतोष, संगीत प्रवक्ता गुलशन पाल ने अपनी भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक दलों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। जिला भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा ने उपायुक्त का स्वागत किया और उन्हें शाल- टोपी एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया।
रितिका फोक ग्रुप चंबा व इंदरूनाग युवक मंडल सामरा को सांत्वना पुरस्कार के रूप में क्रमशः 5 हजार की राशि प्रदान की गई।