हमीरपुर, 16 मार्च : जिला की पांचों आबकारी इकाईयों (excise units) के आबंटन के लिए वीरवार को बचत भवन में एडीसी जितेंद्र सांजटा की अध्यक्षता में निविदा प्रक्रिया पूर्ण की गई। आबंटन प्रक्रिया में कुल 19 आवेदन प्राप्त हुए। सबसे पहले इकाई संख्या-1 नादौन की बोली आरंभ की गई। इसके लिए कुल 4 आवेदन प्राप्त हुए। ये यूनिट 24 करोड़ 72 लाख रुपये में नीलाम हुई।

आबकारी इकाई संख्या-2 हमीरपुर के लिए कुल 5 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें सर्वाधिक निविदा के साथ प्रभात सिंह एंड अमित कौशल को दायर मूल्य 22 करोड़ 66 लाख 20 हजार रुपये के साथ सफल आबंटी घोषित किया गया।
आबकारी इकाई संख्या-3 सुजानपुर के लिए तीन आवेदन प्राप्त हुए। इकाई के लिए 14 करोड़ 5 लाख रुपये की सर्वाधिक बोली अंकुश गुप्ता पुत्र भूमसेन गुप्ता ने लगाई।
इसके उपरांत इकाई संख्या-4 बड़सर के लिए नीलामी प्रक्रिया शुरू की गई। इस इकाई के लिए कुल 2 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें 19 करोड़ 46 लाख रुपये की बोली लगाने वाले कृष्ण कुमार को यूनिट सौंपी गई। आबकारी इकाई संख्या-5 भोरंज के लिए कुल 5 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें 23 करोड़ 54 लाख 44 हजार रुपये की सर्वाधिक निविदा के लिए रमेश चंद पुत्र नंद लाल गांव पारछु जिला मंडी को सफल घोषित किया गया।
नीलामी प्रक्रिया में पांचों आबकारी इकाईयों के लिये निर्धारित कुल आरक्षित मूल्य 94,37,96,900 तय किया गया था, लेकिन इनकी नीलामी 10,05,67,544 रुपये में हुई। निर्धारित आरक्षित मूल्य में 10.66 प्रतिशत वृद्धि दर्ज हुई है।
इस नीलामी प्रक्रिया में पर्यवेक्षक के रूप में संयुक्त आयुक्त, राज्य कर एवं आबकारी कुलभूषण गौतम, संयुक्त कर एवं आबकारी (उत्तरी क्षेत्र) समाहर्ता पालमपुर तथा उप आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी हमीरपुर वरुण कटोच सदस्य के रूप में मौजूद रहे।
गौरतलब है कि इस बार सरकार ने शराब के ठेकों को रिन्यू नहीं किया है, बल्कि टैंडर व खुली बोली के माध्यम से आबंटित करने का फैसला लिया है। फिलहाल ये तुलना सामने नहीं आई है कि रिन्यूअल की बजाय खुली नीलामी के निर्णय से राजस्व में कितनी वृद्धि हुई है या नहीं।