नाहन, 14 मार्च : गैर कृषक एकता मंच सिरमौर इकाई ने हिमाचल सरकार से मांग की है कि जो गैर कृषक हिमाचली टेंडेंसी व लैंड रिफॉर्म एक्ट 1972 की धारा 118 के लागू होने से पहले हिमाचल में रह रहे हैं, तथा अभी भी हिमाचल में खेती-बाड़ी कर रहे हैं। उन्हें इस एक्ट के दायरे से बाहर रखा जाए। गैर कृषक एकता मंच सिरमौर एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल इस सिलसिले में धौलाकुआं में नाहन के विधायक अजय सोलंकी से किसान मेले के दौरान मिला।

नाहन के विधायक अजय सोलंकी को धौलाकुआं में आयोजित किसान मेले के दौरान गैर कृषक एकता मंच सिरमौर इकाई के पदाधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों को लेकर उन्हें ज्ञापन सौपा। शमशेर सिंह सैनी ने कहा कि गैर कृषक एकता मंच सरकार के किसी भी निर्णय के विरुद्ध नहीं है।
उन्होंने कहा कि संघ की मांग है कि जो गैर कृषक हिमाचली टेंडेंसी व लैंड रिफार्म एक्ट 1972 की धारा 118 के लागू होने से पहले से हिमाचल में रह रहे हैं और अभी भी रह रहे हैं। जिनके पास कृषि योग्य भूमि नहीं थी और वह कृषक की श्रेणी में नहीं थे। उन्हें हिमाचली के तौर पर वर्गीकृत किया गया था। उन्हें उपरोक्त एक्ट व धारा के दायरे से बाहर रखा जाए।
विधायक अजय सोलंकी ने मंच के पदाधिकारियों को आश्वासन देते हुए कहा कि वह सरकार के समक्ष उनकी मांगों को रखेंगे। इस मामले को स्वयं मुख्यमंत्री के समक्ष उठाएंगे। इस दौरान गैर कृषक मंच के प्रधान शमशेर सिंह सैनी के साथ मंच के सदस्य विनोद कुमार, विकास वर्मा, सुखदेव सिंह, शेर सिंह व पप्पू इत्यादि शामिल रहे।