नाहन, 11 मार्च : क्रिकेट की सियासत करते-करते अनुराग ठाकुर देश की राजनीति में चमक गए। लेकिन, बहुत ही कम लोग इस बात से वाकिफ होंगे कि मौजूदा में देश के सूचना व प्रसारण एवं खेल मंत्री (Information and Broadcasting and Sports Minister) अनुराग ठाकुर ने क्रिकेट की सियासत पर पहली गुगली (googly) 23 साल पहले ‘सिरमौर’ से ही फेंकी थी। दरअसल, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर रविवार को नाहन प्रवास पर आ रहे हैं। कांग्रेस सरकार (Congress government) के खिलाफ जन आक्रोश रैली में मुख्य वक्ता होंगे। यही कारण है कि अनुराग की 23 साल पुरानी ‘गुगली’ की यादें ताजा की जा रही हैं।
हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन (Himachal Cricket Association) का अध्यक्ष बनने के लिए अनुराग ने सन 2000 में कालाअंब में रणनीति बनानी शुरू की थी। इसके लिए अनुराग को प्रदेश में सबसे पहले सिरमौर क्रिकेट एसोसिएशन (Sirmour Cricket Association) का हाथ मिला था। प्रचार की शुरुआत भी अनुराग ने सिरमौर से ही की थी। कालाअंब के होटल ब्लैक मैंगों (Hotel Black Mango) में अनुराग ठाकुर को हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष बनाने की नींव रखी गई।

चूंकि, उस समय प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर अनुराग के पिता प्रेम कुमार धूमल (Prem Kumar Dhumal) काबिज थे, लिहाजा पिता भी आशीर्वाद थे। अनुराग की गुगली ने विरोधी खेमे की विकटें उड़ा दी। नतीजा, ये हुआ कि अनुराग निर्विरोध ही एचपीसीए (HPCA) के अध्यक्ष बन गए थे। अध्यक्ष बनने के बाद अनुराग ठाकुर ने हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन के पहले वार्षिक जनरल हाउस की मेजबानी सिरमौर को दी थी।
सिरमौर क्रिकेट एसोसिएशन की कमान दिवंगत डीपीएस मोहिल के हाथ में थी। 23 साल से एसोसिएशन अनुराग ठाकुर के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलती रही है। दिवंगत मोहिल के बाद सिरमौर क्रिकेट एसोसिएशन की बागडोर उद्योगपति दिपेन गर्ग को भी मिली। उल्लेखनीय है कि गर्ग होटल ब्लैक मैंगों के मालिक भी हैं।
2016 में बीसीसीआई (BCCI) के अध्यक्ष बनने पर सिरमौर के क्रिकेट खिलाड़ियों ने जश्न भी मनाया था। सिरमौर क्रिकेट एसोसिएशन के महासचिव राजेंद्र बब्बी का कहना है कि अनुराग ठाकुर ने एचपीसीए का अध्यक्ष बनने के लिए नाहन से प्रचार शुरू किया था। हालांकि, बाद में निर्विरोध चुन लिए गए थे। उन्होंने कहा कि 23 साल पुरानी यादें आज भी स्मरण हैं।