शिमला, 8 मार्च : एसएफआई इकाई द्वारा बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस एवं होली के उपलक्ष पर विश्वविद्यालय के बॉयज हॉस्टल से गर्ल्स हॉस्टल तक एक “एकता” झांकी का आयोजन किया गया।

इस झांकी में मुख्य पात्र के रूप में चार प्रमुख धर्मों हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्म के पहनावे में चार छात्राएं रही। झांकी के माध्यम से एसएफआई ने भारत की विविधता में एकता का संदेश देने का प्रयास किया है। एसएफआई विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष कॉमरेड हरीश ठाकुर ने बताया कि एसएफआई की यह विरासत रही है कि वो हमेशा से देश एकता बनाए रखने की हिमायत करती है।
एसएफआई किसी धर्म विशेष के लिए अलग से नीति बनाने या ज्यादा अवसर देने की विरोधी है। एसएफआई हमेशा सभी धर्मों को एक समान मानने की वकालत करता है। आज देश के लोगो को हिंदू मुस्लिम के नाम पर बांटने की कोशिश की जा रही है। एसएफआई विश्वविद्यालय इकाई ने झांकी के माध्यम से देश की जनता को संदेश दिया है कि इस देश की खूबसूरती एकता में विविधता की जा रही है, और आज उसको कायम करने की जरूरत है।