शिमला, 08 मार्च : पहाड़ों की रानी शिमला में कभी सर्द तो कभी गर्म हो रहे मौसम के तेवर बुधवार दोपहर बाद अचानक बदल गए, और तेज बारिश हुई। हालांकि दोपहर तक मौसम साफ था और धूप खिली हुई थी।

दोपहर बाद चार बजे अचानक मौसम ने करवट बदली, और आसमान पर काले बादल छा गए। इस दौरान अंधेरा छा गया। उम्मीद थी कि कुछ देर बाद आसमान साफ हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अचानक बादलों की गड़गड़ाहट के बीच तेज आंधी चलने लगी और बारिश शुरू हो गई जो शाम तक जारी रही। शहर के कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई। इससे मौसम में ठंडक घुल गई।
शहरवासियों को मार्च के महीने में दिसंबर जैसी ठंड का सामना करना पड़ा। आंधी की वजह से कई जगह बिजली भी गुल हो गई। हालांकि बादलों के बरसने से लोगों ने राहत की सांस ली है। शिमला में इस विंटर सीजन में बहुत कम बारिश हुई है। खास बात यह है कि शिमला शहर में इस मौसम में बर्फ के भी दीदार नहीं हुए हैं। शिमला से सटे पर्यटन स्थलों कुफरी, नारकंडा इत्यादि में भी सामान्य से कम बर्फ गिरने से पर्यटकों को मायूसी मिली है।
शिमला में बुधवार को अधिकतम तापमान 18.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लाहौल-स्पीति जिला का मुख्यालय केलांग राज्य में सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान -3.4 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके अलावा कुकुमसेरी में -2.1, कल्पा में 1, नारकंडा में 3.3, मनाली में 3.4, रिकांगपिओ में 4, सोलन में 6.4, सराहन में 6.5, भुंतर में 7.4, सुंदरनगर में 7.5, हमीरपुर में 8, चम्बा में 8.7, डलहौजी में 8.9, ऊना में 9 और धर्मशाला में 10.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में राज्य में अगले चार दिन बारिश-बर्फबारी की संभावना से इंकार किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेन्द्र पॉल ने बताया कि आगामी 12 मार्च तक राज्य भर में मौसम साफ बना रहेगा।