सोलन, 6 मार्च : डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में गंदा पानी पीने से एक छात्रा की भी मौत हो चुकी है। कई छात्र पीलिया की चपेट में है। इसके चलते विश्वविद्यालय प्रशासन की लगातार अनदेखी से छात्रों में खासा रोष है। इसी के विरोध में सोमवार को छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की। उनका कहना था कि प्रशासन ने अगर ध्यान दिया होता तो आज तक यह सब देखने को नहीं मिलता, और छात्रों को सड़कों पर न उतरना पड़ता।

दिन प्रतिदिन पीलिया फैल रहा है। विश्वविद्यालय के छात्रों का आरोप है कि गंदा पानी पीने की वजह से एक छात्रा की भी मौत हो चुकी है, जबकि 10 से अधिक छात्र पीलिया की चपेट में है।
विश्वविद्यालय के छात्रों का कहना है कि प्रशासन को इसके बारे में पहले भी कई बार अवगत करवाया गया था, लेकिन प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। वहीं, प्रशासन छात्रों से इस मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहा है। कॉलेज के डीन प्रोफेसर और एचओडी लगातार छात्रों से भी बात कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि प्रशासन ने अगर ध्यान दिया होता तो आज तक यह सब देखने को नहीं मिलता, और छात्रों को सड़कों पर न उतरना पड़ता।
बता दें कि नौणी विश्वविद्यालय के छात्र दूषित पानी को बोतलों में भरकर सड़क पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। फिलहाल प्रदर्शन को लेकर छात्र और यूनिवर्सिटी प्रशासन आमने सामने हैं। विश्वविद्यालय के प्रशासन ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से अपील की है कि धरना प्रदर्शन को बंद करें, और बातचीत के जरिए इस मामले का समाधान करें। कहा कि खैर अब देखना होगा कि छात्रों का ये प्रदर्शन कब तक जारी रहेगा।