नाहन, 5 मार्च : होनी…कब और किस पर गुजरेगी, इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। ये कहा जाता है कि जब आप मदद के हाथ आगे बढ़ाते हैं तो इसके बदले जीवन में आपको भी किसी मोड़ पर अनजान की मदद मिलती हैैैै।

रविवार सुबह चौगान मैदान के समीप महक रेस्टोरेंट में आग लग गई। फौरन ही अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने आग पर काबू भी पा लिया। इसके बाद रेस्टोरेंट से सुरक्षित बचा सामान निकाला जा रहा था। सेल्फी प्वाइंट के चारों तरफ सुबह ही प्रवासी मजदूरों का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है। इसके अलावा भी मौके पर काफी लोग मौजूद थे।
रेस्टोरेंट से महिलाएं सामान निकाल रही थी। स्टाफ जुटा हुआ था, लेकिन मजाल है कि तमाशबीन बने लोग मदद के लिए आगे आए हों। प्रवासी मजदूरों को मदद करने के लिए प्रेरित भी किया गया, लेकिन वो मदद की बजाय मौके से खिसकने लगे।
सुरक्षित बचे फर्नीचर को सड़क पर रखा गया था। यदि इसे आम लोगों की मदद से जल्द से जल्द लोड कर दिया जाता तो पीड़ित को भी राहत मिल सकती थी। रोजाना, चौगान मैदान में पेड़ों की सिंचाई करने वाले एक शख्स ने कहा कि वो पेड़ों को हरा रखने का भरसक प्रयास करता है, लेकिेन सुबह के वक्त मैदान में थूकने का दौर शुरू हो जाता है।
पौधों पर भी तंबाकू की पीक को थूकते हैं। यही नहीं, रोजाना सुबह जमावड़े की वजह से दुर्घटना की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता।