ऊना, 3 मार्च : ज़िला के मैहतपुर स्थित एक निजी अस्पताल में डॉक्टर की कथित लापरवाही से हुई मौत मामलें में शुक्रवार को मृतक के परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा है। कांगड़ा स्थित टांडा मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने चंडीगढ़-धर्मशाला हाईवे पर हॉस्पिटल के समक्ष शव रखकर चक्का जाम कर डॉक्टर के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन किया।

परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही के चलते युवक की मौत हुई है। वहीं पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन अभी तक डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं किया। परिजन द्वारा 4 बजे से लगातार डॉक्टर की गिरफ्तारी व मुआवजे की मांग जारी है। हालांकि पुलिस के आलाधिकारियों द्वारा प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। वहीं अस्पताल के समक्ष प्रदर्शन की भनक लगते ही अस्पताल प्रबंधन द्वारा अस्पताल को पहले ही बंद कर दिया गया था।
गौतलब है कि बुधवार को मामूली से नाक के ऑपरेशन के बाद जिला के सनोली गांव के 39 वर्षीय दिवेन्द्र की मौत हो गई थी। दिवेन्द्र को सांस लेने में कठनाई आती थी, जिसके चलते उसने मैहतपुर के निजी अस्पताल में मोहाली से आने वाले एक चिकित्सक से परामर्श लिया। डॉक्टर ने नाक का मांस बढ़ा हुआ बताकर नाक का ऑपरेशन करवाने की सलाह दी। जिसके बाद दिवेन्द्र ने नाक का ऑपरेशन बुधवार को करवाया, लेकिन ऑपरेशन के बाद उसे होश नहीं आया। जिसके बाद उसे मोहाली में जांच के लिए ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

परिजनों का आरोप है कि मोहाली से आए चिकित्सक और स्थानीय अस्पताल के संचालक की लापरवाही से युवक की मौत हुई है। साथ ही डॉक्टर भी इस मौत के लिए जिम्मेदार है। परिवार व स्थानीय लोगों ने वीरवार को पुलिस को इसकी शिकायत सौंपी थी, जिसके बाद पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज करने के साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए टांडा भेज दिया था। शुक्रवार को जैसे ही टांडा से शव ऊना लाया गया तो परिजन अस्पताल के बाहर इकट्ठा हो गए। प्रदर्शन की भनक लगते ही अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल को बंद कर दिया। जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने चंडीगढ़-धर्मशाला सड़क मार्ग को जाम कर दिया।
मृतक के परिवार का आरोप है कि दिवेन्द्र खुद बाइक चलाकर क्लीनिक आया था, उसे कोई गम्भीर बीमारी नहीं थी फिर कैसे एक नाक के छोटे से ऑपरेशन के कारण मौत हो गई। वहीं परिजनों के डॉक्टर की गिरफ्तारी और मृतक के परिवार को उचित मुआवजे की मांग की है। चंडीगढ़-धर्मशाला हाईवे पर हुए जाम के बाद पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और परिवार के सदस्यों के साथ-साथ ग्रामीणों को समझाने का प्रयास करने में जुटे है, लेकिन परिजन लगातार अपनी मांग पर अड़े हुए है।