शिमला, 02 मार्च : छात्र संगठन एसएफआई ने राज्य सचिवालय के बाहर हल्ला बोला। छात्र संगठन अपनी मांगों को लेकर मुखर नजर आया। कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में राज्य सचिवालय के बाहर जुट कर नारेबाजी की। छात्र संगठन एसएफआई के कार्यकर्ता मांग कर रहे है कि पूर्व सरकार के वक्त कॉलेज कैडर में हुई भर्तियों की जांच की जाए। एसएफआई का आरोप है कि पूर्व सरकार के वक्त फर्जी तरीके से भर्ती प्रक्रिया पूरी की गई है।

छात्र संगठन एसएफआई के राज्य सचिव अमित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ है। नई सरकार को भर्ती प्रक्रिया की जांच करनी चाहिए। साथ ही एसएफआई ने यह भी मांग की है कि हिमाचल प्रदेश में बीते 10 साल से बंद पड़े छात्र संघ चुनाव को बहाल किया जाए। इसके अलावा छात्र संगठन एसएफआई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को वापस लेने के साथ एससी-एसटी छात्रवृत्ति में हुए घोटाले की निष्पक्ष जांच करने की भी मांग उठाई है। इसके अलावा छात्र संगठन एसएफआई छात्रवृत्ति को जल्द आवंटित करने की भी मांग कर रहा है।
छात्र संगठन एसएफआई ने यह भी मांग उठाई है कि विभिन्न कॉलेजों में रिक्त पड़े टीचरों के पदों को भरा जाए और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में भी जल्द स्थाई कुलपति की नियुक्ति हो। इसके अलावा छात्र संगठन ने कॉलेजों में बड़ी हुई पीटीए फीस को वापस लेने की मांग की है। एसएफआई ने चेताया है कि अगर सरकार इन मांगों पर ध्यान नहीं देगी। तो आने वाले समय में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।