नाहन, 28 फरवरी : यदि आप 1621 में बसे शहर आने का कार्यक्रम बना रहे हैं तो पार्किंग की टेंशन बिल्कुल न लें, क्योंकि यहां आड़ी-तिरछी, यहां तक की बीच सड़क में भी पार्किंग करने पर कोई नहीं पूछेगा। यदि आपकी पार्किंग से किसी को दिक्कत भी हो रही है तो भी चिंता की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि ‘सितम झेल लेंगे, उफ्फ तक भी कोई नहीं करेगा’।

शहर में ट्रैफिक की व्यवस्था ये है कि करीब 20 से 25 फुट चौड़ी सड़क पर 24 घंटे 16 टायरों वाले ट्रक को भी गुजरने की इजाजत है। पार्किंग की टेंशन छोड़िए, यहां तो लोडिंग व अनलोडिंग करने वालों को भी ट्रैफिक पुलिस नहीं टोकती है। बेशक ही महलात पर एंबूलेंस या अग्निशमन वाहन न जा सकें, लेकिन मजाल है कि सड़क के दोनों तरफ अवैध पार्किंग को कोई हटा दे।
एक समय था, जब मुख्य बाजार में दुपहिया वाहनों का प्रवेश निषेध था। समय बदल चुका है, अगर आप बाजार में दुपहिया वाहन पर घूमना चाहते हैं तो कोई टेंशन न लें। मजाल है कि आपको कोई टोक दे। वाहन पार्किंग के बाद केवल आपको एक टेंशन लेनी है, वो ये कि अगर आप पैदल चल रहे हैं तो खुद व बच्चों का बचाव ट्रैफिक से करें। सामने या पीछे से हैवी वाहन टक्कर मार सकता है।

हेल्मेट नहीं पहनना चाहते तो वो भी चलेगा, क्योंकि यहां की पुलिस इस मामले में भी बेहद नरम रवैया अपना चुकी है। वो वक्त भुला दिया गया है, जब डबल हेल्मेट को अनिवार्य किया जा रहा था। वैसे तो आपके लिए संकीर्ण सकुर्लर रोड पर ओवरटेकिंग मुश्किल हो सकती है, मगर इसकी भी टेंशन न ले, क्योंकि ओवरटेक कर सकते हैं तो कर लें।
ट्रिपल राइडिंग भी सामान्य सी बात है। हालांकि, मंगलवार को गोविंदगढ़ मोहल्ले में लोडिड ट्रक व निजी बस आमने-सामने आ गए। फिर क्या था….लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। खैर, वाहन चलाने वालों की कोशिश से जाम खुल गया। इससे जुड़ी एक तस्वीर आपसे शेयर कर रहे हैं, क्या आपको लगता है कि हैवी ट्रक व निजी वाहन इस प्वाइंट से नार्मल तरीके से गुजर सकते हैं या नहीं।
वैसे, नाहन शहर को नगीना भी कहा जाता था। कहते थे…आए एक दिन को लगाए महीना। अब इस कहावत पर विश्वास न करें।
‘‘इस खबर को व्यंग्यात्मक तौर पर ही लें, एमबीएम न्यूज नेटवर्क आपको अवैध पार्किंग न करने व ट्रैफिक नियमों की पालना करने का आग्रह करता है। ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के मकसद से समाचार लिखा गया है।’’