मंडी, 27 फरवरी : 19 से 25 फरवरी तक मंडी में आयोजित हुए अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की सांस्कृतिक संध्याओं में मंडी की चार संस्थाओं को शामिल न करने पर शिवरात्रि मेला कमेटी पर अनदेखी के आरोप लगे हैं। इन संस्थाओं का आरोप है कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों में राजनीति की गई है, जिस कारण उनकी अनदेखी हुई है। इन संस्थाओं के नाम माडव्य कला मंच, संवाद युवा मंडल, नवज्योति कला मंच और जागृति कला मंच हैं। इन संस्थाओं का कहना है कि इनके कलाकार पूरे वर्ष भर सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं। लेकिन इस बार इन्हें शिवरात्रि महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक संध्याओं में कार्यक्रम के लिए पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है।
सोमवार को इन सभी संस्थाओं ने उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व धर्मपुर विधायक चंद्रशेखर को एक ज्ञापन भेज न्याय की मांग उठाई है। इन संस्थाओं का आरोप है कि शिवरात्रि महोत्सव 2023 की सांस्कृतिक संस्थाओं में आवेदन देने के बावजूद भी कलाकारों की अनदेखी की गई है।

सांस्कृतिक उप-समिति द्वारा बार-बार स्थानीय संस्थाओं व लोक संस्कृति को बढ़ावा देने का आलाप बार-बार जपती रही। जबकि इस बार रात्री कार्यक्रमों में सिर्फ गायन को ही अधिमान दिया गया और लोक नाट्य बाठ्डा, बुढडा, लुड्डी, नाटी, व प्रहसन आदि जैसी अन्य विधाओ को पूरी तरह नजरअन्दाज किया गया जिससे कला के क्षेत्र में भारी रोष है। मांडव्य कला मंच के अध्यक्ष कुलदीप गुलेरिया ने बताया कि मेला कमेटी ने जिन संस्थाओं को इस बार नजरअंदाज किया है यह सभी संस्थाएं कई बार राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुकी है। इतना ही नहीं इन सभी संस्थाओं ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से प्रदेश को कई पुरस्कार भी दिलाए हैं।
बता दें कि माण्डव्य कला मंच ने हालहि में आजादी के बाद पहली बार देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय उत्सव गणन्त्रत दिवस 2023 में अपने बलबूते पर भाग लेकर जिला व राज्य का नाम रोशन किया है। इसके अतिरिक्त 24 राज्यों में हिमाचली संस्कृति की झलक दिखाने के साथ ही 7 बार राष्ट्रीय युवा समारोह में लोक गीत व लोक नृत्य में भाग लेकर हिमाचल का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वहीं नवज्योति कला मंच और संवाद युवा मण्डल 11 बार से ज्यादा राष्ट्रीय युवा समारोह में नाट्य प्रस्तुति कर हिमाचल प्रदेश को कई पुरस्कार दिला चुके है फिर भी इनकी अनदेखी हो रही है।