नाहन, 27 फरवरी : जटिल से जटिल प्रसूतियों को करवाने में 108 कर्मियों की महारत अक्सर चर्चा में रहती है। ताजा घटनाक्रम में भी ऐसा ही हुआ है। डाॅ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज से 23 साल की आशिया को चंडीगढ़ के 32 सैक्टर मेडिकल काॅलेज रैफर किया गया।

कालाअंब पार करते ही देर रात महिला की प्रसव पीड़ा तेज होने लगी। लिहाजा, ईएमटी चुन्नी चौहान व पायलट सद्दाम ने एंबूलेंस में ही डिलीवरी करवाने का निर्णय लिया। हाईवे के किनारे ही एंबूलेंस को रोका गया। रात 1ः10 बजे महिला की गोद में बेटी की किलकारी गूंज उठी।
सफल प्रसूति के बाद 108 कर्मियों ने जच्चा-बच्चा को चंडीगढ़ के 32 सैक्टर मेडिकल काॅलेज में दाखिल करवाया। अंतिम समाचार के मुताबिक जच्चा-बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है। परिवार ने 108 कर्मियों का आभार जताया है।
गौरतलब है कि हाल ही में कौलावालांभूड में एक घायल को तुरंत ही मेडिकल काॅलेज पहुंचाकर 108 कर्मियों ने मानवता की मिसाल पेश की थी।
बता दें कि मेडिकल काॅलेज के गायनी विभाग में सुविधाओं की कमी के कारण चिकित्सकों पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। सिरमौर के अलग-अलग हिस्सों से केस नाहन रैफर किए जाते है। कई मर्तबा तो पांवटा साहिब से अंतिम क्षण पर केस नाहन रैफर कर दिया जाता है।