मंडी, 24 फरवरी : कोरे कैनवास पर संस्कृति के रंगों को भर रहे मंडी जिला के पैडी निवासी प्रवीण रावत की पेंटिंग्स एकाएक लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। यह पेंटिंग्स अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान पड्डल मैदान में विभागीय प्रदर्शनी में लगाई गई हैं। प्रवीण शर्मा को बचपन से ही पेंटिंग का शौक था। अपने शौक को पूरा करने के लिए उन्होंने बीएससी की पढ़ाई बीच में ही छोड़ कर अंबाला में स्थित अकादमी से फाइन आर्ट्स की कोचिंग ली।

प्रवीण रावत द्वारा उकेरे गए इन चित्रों की मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू भी सराहना कर चुके हैं। प्रवीण शर्मा के यह चित्र हिमाचली लोक संस्कृति विशेषकर देव संस्कृति व लोक कला पर आधारित हैं। प्रवीण रावत की कलाकृतियों को राज्य संग्रहालय की ओर से वर्ष 2018 एवं 2022 में राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाजा गया है, जबकि अंतरराष्ट्रीय मंडी शिवरात्रि 2023 की स्मारिका में भी उनके चित्र लगाए गए हैं।
कथाकर मुरारी शर्मा की पुस्तक, “देबकू एक प्रेम कथा” का आवरण, और भीतरी चित्रांकन भी प्रवीण रावत द्वारा बनाया गया है। मंडी शिवरात्रि मेले में लगी प्रवीण रावत के चित्रों की प्रदर्शनी को लोग चाव से देख रहे हैं। लोगों द्वारा उनके चित्रों की सराहना की जा रही है। देव संस्कृति पर बनाए गए उनके चित्रों की लोगों द्वारा खरीदारी भी की जा रही है।
प्रवीण ने बताया कि 2016 से यहां की संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए कार्य कर रहे हैं और कोरे कैनवास पर संस्कृति के रंगों को भर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा विकसित शैली में लगभग सैंकड़ों कलाकृतियां बनाई जा चुकी है। वहीं अब तक वे पांच सौ के करीब कलाकृतियां बना चुके हैं। ललित कला अकादमी नई दिल्ली द्वारा आयोजित राष्ट्रीय चित्रकला, अंतरराष्ट्रीय चित्रकला, पश्चिम बंगाल में भी प्रवीण के चित्र चयनित हुए हैं। इसके अलावा कई राष्ट्रीय कार्यशालाओं में वह भाग ले चुके हैं।