शिमला, 21 फरवरी : हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में ‘‘देसराज‘‘ ने एक करोड़ 12 लाख 15 हजार 500 रुपए की कीमत पर स्कूटी (scooty) का नंबर लेने से इंकार कर दिया है। सोमवार की रात 12 बजे ऑनलाइन बोली की रकम को जमा करवाने की मियाद पूरी हो गई। लिहाजा, दूसरे बोलीदाता को मौका मिलेगा। देसराज सहित तीन ने एचपी 99-9999 के लिए एक करोड़ से अधिक की बोली लगाई थी।

समूचे प्रदेश में ये बोली खासी चर्चा का विषय बनी हुई है। ट्रांसपोर्ट निदेशालय भी इससे जुड़ा रिकाॅर्ड खंगाल रहा है, साथ ही वीआईपी नंबर (VIP number) की ऑनलाइन बोली को लेकर ऐसी विसंगतियों को दूर करने का खाका भी तैयार कर रहा है। बताया जा रहा है कि विभाग नीलामी के लिए मानक संचालन प्रक्रिया बनाने की कवायद भी शुरू कर चुका है। विशेष श्रेणी के नंबरों को हासिल करने के लिए नई व्यवस्था बनाई जा रही है।
आपको बता दें कि फैंसी नंबर (fancy number) के लिए ऑनलाइन नीलामी में बोलीदाता का नाम पब्लिक डोमेन में उपलब्ध होता है। एड्रेस को लेकर जानकारी नहीं होती। विभाग अपने स्तर पर ये पता लगा सकता है कि वाहन कहां से खरीदा गया है। देसराज की स्कूटी का रिकाॅर्ड बद्दी के राजवीर ऑटो से जुड़ा है। राजवीर ऑटो के प्रतिनिधि मोहित तिवारी से एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने दो मर्तबा बात की।
प्रतिनिधि ने ये कहा कि फिलहाल स्कूटी खरीदने का रिकाॅर्ड नहीं मिला है, हो सकता है कि पुराना कस्टमर हो।
शिमला के कोटखाई आरएलए की पहली बार सीरीज जारी हुई है। इसके फैंसी नंबरों को लेने के लिए होड़ तो लगी, लेकिन वास्तव में धरातल पर नहीं उतरी।
कुल 17 नंबर ऑक्शन में उपलब्ध हुए। एचपी 99-0007 को 2 लाख 70 हजार रुपए की राशि में राजेंद्र सिंह नेगी ने खरीदा है। यही सबसे अधिक राशि अब तक दर्ज हुई है। इसके अलावा एचपी 99-0008 नंबर 1 लाख 27 हजार 500 रुपए में बिका, इसे दीपिका शर्मा ने हासिल किया है। इसके अलावा एचपी 99-0099 नंबर को एक लाख 30 हजार रुपए में नम्रता राठौर ने खरीद लिया है।