हमीरपुर, 17 फरवरी : महाशिवरात्रि को लेकर जनपद के शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ के जयकारे लगाए जाएंगे। हमीरपुर से नौ किलोमीटर दूर गसोता महादेव मंदिर को भी शिवरात्रि के अवसर पर विशेष तौर पर सजाया गया है। गसोता महादेव मंदिर में शिवरात्रि के लिए दिल्ली से फूलों को मंगवाया गया है। जिससे मंदिर के बाहर और अंदर फूलों से सजावट की गई इै। वहीं मंदिर के अंदर महादेव के शिवलिंग को भी बेहतर तरीके से सजाया गया है।

शनिवार को सुबह आरती होने के बाद 4 बजे से श्रद्धालु भगवान भोले नाथ के दर्शन कर सकेंगे। शिवरात्रि के दिन दूर-दूर से गसोता महादेव मंदिर में हजारों भक्त यहां पर दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। मुख्यत जिन श्रद्धालुओं ने उपवास रखा होता है वे दूध जल और बेलपत्र के साथ विभिन्न फूलों से भोलेनाथ की पूजा करते हैं। क्षेत्र व बाहर के श्रद्धालुओं की गसोता महादेव पर अटूट श्रद्धा है। जो भी भक्त यहां मनोकामना लेकर आते है, उनकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है।
गसोता महादेव मंदिर का इतिहास पाडवों के अज्ञातवास से जुड़ा है। हजारों साल पुराने शिवलिग की आज भी तब से लेकर गसोता महादेव के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंचते हैं।
गसोता महादेव मंदिर के महंत राघवानंद गिरी ने बताया कि महाशिवरात्रि को लेकर गसोता महादेव मंदिर विशेष तैयारियां की गई हैं। उन्होंने बताया कि शिवरात्रि को लेकर चार पहर पूजा की जाएगी। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की हर प्रकार की सुविधा के लिए व्यवस्था की गई है। शिवरात्रि को हजारों भक्त यहां भोलेनाथ के दर्शन करने आते हैं। उन्होंने कहा कि गसोता महादेव लोगों की आस्था का केंद्र हैं और गसोता महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूर्ण होती है।
उन्होंने बताया कि शिवरात्रि को दिल्ली से आए फूलों से सजाया गया। यहां पर लगातार धूना लगाया जाएगा। शिवरात्रि को यहां पर भक्तों की भारी भीड़ होती है और साल भर यहां पर श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर आते हैं। शिवरात्रि को विशेष रूप से घोटे का प्रसाद दिया जाता है।