सुंदरनगर, 16 फरवरी : वैसे तो हिमाचल का पर्यायवाची शब्द ‘देवभूमि’ भी है। इसकी वजह वर्णित करने की आवश्यकता नहीं है। अयोध्या में जहां भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। वहीं मंडी जिला के नाचन विधानसभा क्षेत्र में 23 वर्षों से निर्माणाधीन श्री राम हनुमान मंदिर अपने पूर्ण स्वरूप में आने के लिए स्थानीय प्रशासन की बेरुखी से जूझ रहा है।

उपमंडल की महादेव पंचायत के धनोटू-बग्गी मार्ग पर धनोटू से लगभग 400 मीटर दूर सड़क के किनारे स्थित श्री राम हनुमान मंदिर में 23 साल से कार्य निरंतर चल रहा है। यह मंदिर देवभूमि में भव्यता और अलौकिकता का एक उदाहरण है।
गौरतलब है कि श्री राम हनुमान मंदिर सेवा समिति ने इस मंदिर का निर्माण लगभग 23 वर्ष पहले शुरू किया था। इस मंदिर को बनाने वाले एकमात्र राज मिस्त्री बिहारी लाल गोहर क्षेत्र के गांव गवाड़ क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं। बिहारी लाल 23 वर्षों से लगातार अकेले ही हर पत्थर पर राम-राम नाम उकेर रहे हैं। इस मंदिर के निर्माण का शुभारंभ वर्ष 2000 में स्थापित किए जाने वाले पहले पत्थर पर राम नाम लिखकर बिहारी लाल ने शुरुआत की थी।
एक दिन में बिहारी लाल द्वारा करीब तीन से चार पत्थरों पर रोजाना ‘राम’ नाम उकेरा जा रहा है। वहीं आने वाली समस्त पीढ़ियों के लिए भी यह मंदिर प्रेरणा स्रोत के रूप में बन रही है।